menu-icon
India Daily

एमपी में नवंबर में ही कड़ाके की ठंड, इन जिलों में शीत लहर का अलर्ट जारी; जानें आने वाले दिनों की स्थिति

उत्तर भारत की बर्फबारी का प्रभाव मध्य प्रदेश में बढ़ गया है. नवंबर में ही प्रदेश में दिसंबर–जनवरी जैसी ठंड महसूस हो रही है. राजगढ़ लगातार दस दिनों से सबसे ठंडा जिला बना हुआ है.

auth-image
Edited By: Km Jaya
Cold Wave India daily
Courtesy: Pinterest

भोपाल: उत्तर भारत में जारी बर्फबारी का असर अब मध्य प्रदेश में तेजी से दिखाई देने लगा है. नवंबर के महीने में ही प्रदेश में ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि कई जिलों में मौसम दिसंबर और जनवरी जैसा महसूस हो रहा है. उत्तर से आने वाली ठंडी और शुष्क हवाओं ने तापमान को अचानक नीचे गिरा दिया है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 23 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है.

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हाल में हुई भारी बर्फबारी के बाद उत्तर दिशा से आने वाली ठंड हवाएं मध्य प्रदेश तक पहुंच रही हैं. यही हवाएं रात के तापमान में तेजी से गिरावट का कारण बनी हैं. भोपाल और इंदौर में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है. इसके कारण सुबह और रात के समय कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है.

राजगढ़ जिले में कितना है तापमान?

राजगढ़ जिले में पिछले 10 दिनों से लगातार सबसे कम तापमान दर्ज किया जा रहा है. रविवार को भी राजगढ़ और शाजापुर के गिरवर क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पूरे प्रदेश में सबसे कम था. शहडोल के कल्याणपुर में तापमान 6.2 डिग्री, जबकि भोपाल और इंदौर में 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. उमरिया में 7.3 डिग्री और रीवा में पारा 7.4 डिग्री रहा.

अन्य ठंडे शहरों में कितना है तापमान?

प्रदेश के अन्य ठंडे शहरों में नौगांव 7.6 डिग्री, जबलपुर 8.5 डिग्री, मंडला और मलांजखंड दोनों जगहों पर 8.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. लगातार गिरता तापमान लोगों की दिनचर्या पर असर डाल रहा है और सुबह के समय कई शहरों में धुंध भी छाने लगी है.

मौसम विभाग ने क्या बताया?

मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है. खासकर प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में शीतलहर और तेज हो सकती है. जिन जिलों में शीतलहर और शीतल दिन के लिए चेतावनी जारी की गई है उनमें भोपाल, सीहोर, राजगढ़, इंदौर, शाजापुर, सतना, शहडोल, जबलपुर, मैहर, बैतूल, धार, देवास, शिवपुरी, रीवा, उमरिया, कटनी, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छिंदवाड़ा और बालाघाट शामिल हैं.

आने वाले दिनों में कैसी होगी स्थिति?

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंडी हवाओं का यह दौर अभी जारी रहेगा और नवंबर के अंत तक कड़ाके की ठंड बने रहने की संभावना है. लोग सुबह और शाम में ठंड से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतें और बच्चों तथा बुजुर्गों का खास ध्यान रखें.