Karnataka Floods: कर्नाटक में बाढ़ का प्रकोप, बेलगावी जिले में तबाही, 38 पुल डूबे, 200 से अधिक लोग प्रभावित

भले ही बुधवार को मलनाड क्षेत्र में बारिश कुछ कम हुई हो, लेकिन बीते दिनों की मूसलाधार बारिश ने कॉफी, काली मिर्च, धान, अदरक, इलायची और सुपारी जैसी नकदी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है.

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Reepu Kumari

Karnataka Floods: कर्नाटक के बेलगावी जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ का कहर जारी है. कृष्णा नदी और उसकी सहायक नदियां-घाटप्रभा, मालप्रभा और मार्कण्डेय- अब भी उफान पर हैं. जिले के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. 38 पुल बाढ़ के पानी में डूब गए हैं और 10 से अधिक मंदिर प्रभावित हो चुके हैं. गोकक और मुधोल तालुकों में हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.

गोकक शहर से होकर बह रही उफनती घटप्रभा नदी के कारण 200 से अधिक परिवारों को सुरक्षित राहत शिविरों में भेजा गया है. चिक्कोडी क्षेत्र में कृष्णा नदी में 1.8 लाख क्यूसेक से अधिक पानी बह रहा है, जिससे आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है.

बांधों से पानी छोड़े जाने से बिगड़ी स्थिति

मालप्रभा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. कृष्णा नदी के उफान के चलते हुबली-धारवाड़ और आसपास के क्षेत्रों से संपर्क टूट रहा है. हुविनाहेदागी पुल पर पानी बहने से कलबुर्गी और रायचूर के बीच मुख्य सड़क संपर्क बाधित हो गया है.

महाराष्ट्र से भी बढ़ा संकट

महाराष्ट्र के उज्जनी बांध से भीमा नदी में 1.1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद अफजलपुर तालुका में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. करंजा जलाशय भी अपने अधिकतम स्तर पर पहुंच गया है, जिससे आस-पास के इलाकों में जलभराव और बढ़ गया है.

मलनाड क्षेत्र की फसलें बर्बाद

भले ही बुधवार को मलनाड क्षेत्र में बारिश कुछ कम हुई हो, लेकिन बीते दिनों की मूसलाधार बारिश ने कॉफी, काली मिर्च, धान, अदरक, इलायची और सुपारी जैसी नकदी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. वरदा, धर्मा और तुंगभद्रा नदियों के जलस्तर में वृद्धि से हावेरी जिले में आठ पुल डूब गए हैं, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है.