शुक्रवार रात से झारखंड में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. सड़कों और खेतों में पानी भर गया है, वहीं कई जगहों पर घर गिरने से लोगों की मौत हो गई. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है, जबकि एक महिला का पता नहीं चल पाया है.
सेरैकैला-खरसावां जिले में शुक्रवार रात बड़ा हादसा हुआ. राजनगर प्रखंड के डांडू गांव में एक कच्चा मकान गिरने से एक महिला और उसका सात वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए. इलाज के दौरान दोनों की मौत एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर में हो गई. इस घटना में आठ अन्य लोग भी जख्मी हुए हैं. बताया गया कि हादसा उस समय हुआ जब रिश्तेदार संतोष लोहार के घर आए हुए थे और अचानक मकान भरभराकर गिर गया.
इसी जिले में शनिवार सुबह एक और दर्दनाक हादसा सामने आया. खरसावां थाना क्षेत्र के कोल शिमला गांव में सुबह करीब चार बजे मुन्ना बोडरा के घर की दीवार गिर गई. इस घटना में पांच वर्षीय बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बोडरा, उसकी पत्नी और दो वर्षीय बेटी घायल हो गए. घायलों को सेरैकैला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
चतरा जिले के गिधौर प्रखंड के कटघरा गांव में शुक्रवार को एक दंपत्ति सियारी नदी के तेज बहाव में बह गया. पुलिस के अनुसार पति का शव बरामद कर लिया गया है, लेकिन पत्नी का अब तक पता नहीं चला है. इसी जिले के पथलगड़ा प्रखंड के खैरटोला गांव में एक अन्य व्यक्ति की मौत बारिश से जुड़ी घटना में हो गई.
लगातार बारिश से राज्यभर में जनजीवन प्रभावित हुआ है. रांची में पिस्का स्टेशन के पास बन रहे रेल ओवरब्रिज की कंक्रीट स्लैब ढह गई, जिससे एनएच-43 पर लंबा जाम लग गया. ब्रांबे बाजार इलाके में एनएच-39 पर जलजमाव से यातायात बाधित हुआ. चतरा के पथलगड़ा में एक पोल्ट्री फार्म में सैकड़ों मुर्गियों की मौत हो गई. उधर, जमशेदपुर में सुवर्णरेखा नदी आम्रपाली पुल पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि खड़खाई नदी भी आदित्यपुर पुल पर लाल निशान पार कर चुकी है. मौसम विभाग ने 25 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.