हरियाणा: हरियाणा पुलिस को संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की अंबाला यूनिट ने कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े चार शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है. इस कार्रवाई से राज्य में किसी बड़ी आपराधिक घटना को होने से पहले ही रोक दिया गया. आरोपियों के पास से अवैध हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं, जिससे उनकी मंशा बेहद खतरनाक मानी जा रही है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अंबाला STF को गुप्त सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े कुछ शूटर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं. इस इनपुट के बाद STF ने तुरंत योजना बनाकर GT रोड पर उमरी इलाके के ले-बाय पर घेराबंदी की. जैसे ही संदिग्ध वहां पहुंचे, पुलिस टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चारों को दबोच लिया.
तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से तीन अवैध देसी पिस्टल और सात जिंदा कारतूस बरामद हुए. पुलिस का कहना है कि इतनी संख्या में हथियार और गोलियां इस बात का साफ संकेत हैं कि आरोपी किसी गंभीर अपराध को अंजाम देने वाले थे. शुरुआती जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि ये शूटर फिरौती के लिए फायरिंग करने की योजना बना रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी रेवाड़ी–नारनौल हाईवे पर स्थित एक टोल प्लाजा को अपना निशाना बनाने वाले थे. इसके अलावा झारखंड की राजधानी रांची में भी किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी. पुलिस इस एंगल से भी गहन जांच कर रही है कि गैंग का नेटवर्क कितने राज्यों तक फैला हुआ है.
जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपी पहले भी गंभीर मामलों में जेल जा चुके हैं. जमानत पर बाहर आने के बाद वे फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गए थे और लॉरेंस बिश्नोई गैंग को मजबूत करने में जुटे थे. इस मामले में थाना सदर, थानेसर जिला कुरुक्षेत्र में केस दर्ज कर लिया गया है.
फिलहाल पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और उनके सहयोगियों, फंडिंग नेटवर्क और संभावित टारगेट्स के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. हरियाणा पुलिस ने साफ किया है कि राज्य में गैंगस्टर और संगठित अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई जारी रहेगी. यह ऑपरेशन कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.