गुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक गंभीर आपराधिक घटना सामने आई है. मानेसर इलाके में एक ऑटो-रिक्शा चालक ने दो नाबालिग बहनों का अपहरण कर उनमें से एक के साथ दुष्कर्म किया.
घटना के बाद आरोपी पुलिस से बचने की कोशिश में फ्लाईओवर से कूद गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. फिलहाल आरोपी अस्पताल में भर्ती है और पुलिस आगे की कानूनी प्रक्रिया में जुटी हुई है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह सनसनीखेज घटना 13 दिसंबर की है. उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का रहने वाला 29 वर्षीय सर्वेश मानेसर के पास एक गांव में अकेले रह रहा था और ऑटो-रिक्शा चलाता था. उसी दिन गांव के खेतों में छह और आठ साल की दो सगी बहनें खेल रही थीं. आरोपी ने बच्चियों को बहला-फुसलाकर चॉकलेट देने और ऑटो में घुमाने का लालच दिया और उन्हें अपने वाहन में बैठा लिया.
आरोपी दोनों बच्चियों को मानेसर के पास एक सुनसान स्थान पर ले गया. वहां उसने बड़ी बहन के साथ दुष्कर्म किया, जबकि छोटी बहन को ऑटो-रिक्शा में बैठाए रखा. मासूम बच्चियों के साथ हुई इस बर्बरता ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है.
घटना के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने आरोपी को बच्चियों के साथ संदिग्ध हालत में देखा. शक होने पर उन्होंने शोर मचाया. लोगों की आवाज सुनते ही आरोपी मौके से पैदल फरार हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों बहनों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया. बाद में बच्चियों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया.
घटना के बाद मानेसर थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमों ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी कासन गांव में रहता था. पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गुरुग्राम से भागने की तैयारी में है.
पुलिस टीम ने आरोपी को पचगांव के पास बस का इंतजार करते हुए देखा. जैसे ही सर्वेश की नजर पुलिस पर पड़ी, वह घबरा गया और जान बचाने के लिए पास के फ्लाईओवर से कूद गया. इस दौरान उसके दोनों पैरों में गंभीर फ्रैक्चर हो गया. पुलिस ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया.
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी शादीशुदा है और उसकी एक बेटी भी है. उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी का इलाज पूरा होने के बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा. साथ ही उसके आपराधिक रिकॉर्ड की भी गहन जांच की जा रही है.