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India Daily

'शॉर्ट्स पहनती हो, लड़कों से बात मत करो...', घरवाले कर रहे थे बाता बात पर शर्मिंदा, राधिका यादव की दोस्त का बड़ा खुलासा

पत्रकारों को दिए एक अलग साक्षात्कार में, दीपक के बड़े भाई विजय यादव ने दावा किया कि आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है और पछतावा जताया है.'उसने कहा है कि उसे फाँसी होनी चाहिए.उसे अपनी गलती का एहसास है.पूरा परिवार सदमे में है.'

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Edited By: Reepu Kumari
Radhika Yadav
Courtesy: Pinterest

गुरुग्राम में 25 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की कथित तौर पर उसके पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी.इस खौफनाक हत्या के तीन दिन बाद, राधिका की एक दोस्त ने सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो शेयर किया और कुछ बड़े दावे किए. दोस्त ने वीडियो में कई बातों पर बात की है. कई लोग सोशल मीडिया पर लव जिहाद का एंगल दे रहे हैं इसे उन्हनों सिरे से खारिज किया है. उनकी दोस्त हिमांशिका सिंह राजपूत, जो स्वयं एक टेनिस खिलाड़ी हैं, उन्होनें दीपक पर उनके जीवन के हर पहलू को नियंत्रित करने का आरोप लगाया.

हिमांशिका ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ लिखा, 'मेरी सबसे अच्छी दोस्त राधिका की हत्या उसके अपने पिता ने की.उसने उसे पांच बार गोली मारी.चार गोलियां उसे लगीं.उसने अपनी लगातार आलोचना और नियंत्रण से सालों तक उसका जीवन दुखी कर दिया था. आखिरकार, उसने अपने तथाकथित दोस्तों की बात मान ली, जो उसकी सफलता से जलते थे.'

छोटे कपड़े पहनने के लिए शर्मिंदा

हिमांशिका के अनुसार, राधिका के घर का माहौल बहुत ही नियंत्रित था, उसके माता-पिता कथित तौर पर उसे छोटे कपड़े पहनने के लिए शर्मिंदा करते थे. हिमांशी ने दावा किया, उसने अपने टेनिस करियर में बहुत मेहनत की और अपनी अकादमी भी बनाई.वह अपने लिए बहुत अच्छा कर रही थी.लेकिन वे उसे स्वतंत्र नहीं देख सकते थे.उन्होंने उसे शॉर्ट्स पहनने, लड़कों से बात करने और अपनी शर्तों पर जीवन जीने के लिए शर्मिंदा किया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं पाई.'

राधिका को कथित तौर पर दीपक ने गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित उनके घर पर गोली मारी थी.पुलिस का कहना है कि पांच गोलियां चलाई गईं; चार गोलियाँ उन्हें लगीं-तीन पीठ में और एक कंधे में.उन्हें तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई.उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को परिवार के पैतृक गाँव वज़ीराबाद में किया गया.

2012 या 2013 में करियर की शुरुआत 

'हमने 2012 या 2013 में साथ खेलना शुरू किया.हम साथ घूमते थे, साथ मैच खेलते थे.मैंने उसे कभी अपने परिवार के अलावा किसी से बात करते नहीं देखा.वह बहुत संकोची थी, ज्यादातर घर की पाबंदियों की वजह से.उसे हर हरकत का हिसाब देना पड़ता था. वीडियो कॉल पर भी, उसे अपने माता-पिता को दिखाना पड़ता था कि वह किससे बात कर रही है.मुझे कैमरे पर आकर यह साबित करना पड़ता था कि सिर्फ़ मैं ही हूँ.वह देर से नहीं आ सकती थी, भले ही उसकी टेनिस अकादमी सिर्फ 50 मीटर दूर हो,' हिमांशिका ने कहा."उसे वीडियो बनाना और तस्वीरें लेना बहुत पसंद था.लेकिन धीरे-धीरे उसने यह सब छोड़ दिया.उन्हें उसका स्वतंत्र रहना पसंद नहीं था.'

सांप्रदायिक मकसद झूठ है

जब हत्या के पीछे सांप्रदायिक मकसद होने की अफवाहें फैलीं, तो हिमांशी ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया.'लोग लव जिहाद की बात कर रहे हैं, लेकिन सबूत कहां हैं? वह ज़्यादा लोगों से बात नहीं करती थी. वह अलग-थलग थी.उसका घर आज़ादी की जगह नहीं था.'

पुलिस ने पुष्टि की है कि वे अपनी जांच में किसी भी सांप्रदायिक या अंतरधार्मिक पहलू की जांच नहीं कर रहे हैं.

अपराधी गिरफ्तार

दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.घटनास्थल से हथियार और बाकी गोला-बारूद बरामद कर लिया गया है. पत्रकारों को दिए एक अलग साक्षात्कार में, दीपक के बड़े भाई विजय यादव ने दावा किया कि आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है और पछतावा जताया है.'उसने कहा है कि उसे फाँसी होनी चाहिए.उसे अपनी गलती का एहसास है.पूरा परिवार सदमे में है.'

घर छोड़ना चाहती थी राधिका

पुलिस ने यह भी पुष्टि की है कि राधिका और उसके कोच अजय यादव के बीच व्हाट्सएप पर हुई बातचीत सामने आई है, जिसमें उसने कथित तौर पर घर छोड़कर विदेश जाने की इच्छा जताई थी.एक सहायक पुलिस आयुक्त ने कहा, 'कंधे की चोट के बाद वह अपना करियर बदलने के बारे में सोच रही थी.उसने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनने पर चर्चा की थी और बाद में कोचिंग शुरू कर दी थी.'

उसी अधिकारी ने आगे कहा, 'उसने अपने पिता को आश्वासन दिया था कि वह ऐसा कुछ नहीं करेगी जिससे परिवार को शर्मिंदगी उठानी पड़े.लेकिन वह बहुत दुखी रहे.'