हरियाणा में हुई एक विशेष ई-नीलामी ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया, जब एक नंबर प्लेट ₹1.17 करोड़ में बिकी. यह राशि किसी महंगी SUV या लग्जरी कार की कीमत से भी अधिक है.
दिलचस्प यह कि जिसने यह नंबर खरीदा, उसके पास फिलहाल कोई गाड़ी भी नहीं है. नंबर HR 88B 8888 को खरीदने की होड़ ने दिखा दिया कि भारत में 'लकी' और खास नंबरों का आकर्षण किस हद तक बढ़ चुका है.
इस हाई-प्रोफाइल नीलामी के विजेता हिसार के रहने वाले सुधीर कुमार बने, जिसने शाम 5 बजे नीलामी बंद होने से ठीक पहले ₹1.17 करोड़ की बोली लगाकर सभी 44 बोलीकर्ताओं को पछाड़ दिया. अधिकारियों का कहना है कि नंबर की अंतिम अलॉटमेंट उसके भुगतान पूरा करने के बाद ही होगी. सुधीर ने कहा कि उसके पास गाड़ी नहीं है, लेकिन ये नंबर उन्हें बेहद पसंद आया.
नीलामी की शुरुआत मात्र ₹50,000 से हुई, लेकिन कुछ ही घंटों में बोली ₹88 लाख तक पहुंच गई. लगातार ‘8’ वाले इस नंबर ने बोलीकर्ताओं में अजीब सी उत्सुकता और प्रतिस्पर्धा पैदा कर दी. ‘B’ अक्षर को भी लोग ‘8’ जैसा मानते हैं, जिससे नंबर का आकर्षण और बढ़ गया. शाम तक यह नीलामी एक रिकॉर्ड तोड़ मुकाबले में बदल चुकी थी.
‘8’ को कई संस्कृतियों में समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है. लगातार चार 8 और एक ऐसा अक्षर जो देखने में 8 जैसा लगे, इस संयोजन ने इस प्लेट को बेहद दुर्लभ और आकर्षक बना दिया. नतीजतन, बोलीकर्ता इसे पाने के लिए करोड़ों लगाने को तैयार दिखे. यह महज एक नंबर नहीं, बल्कि कई लोगों के लिए प्रतिष्ठा और किस्मत का प्रतीक बन गया.
हाल के वर्षों में ऐसी कई नीलामियां देखने को मिली हैं, जिनमें लोग अपनी गाड़ी से कई गुना महंगी नंबर प्लेट खरीद लेते हैं. अमीर कार-प्रेमियों और नंबर-कल्चर के बढ़ते प्रभाव ने इन विशेष नंबरों को एक तरह का स्टेटस सिंबल बना दिया है. कई बार दोपहिया वाहनों के लिए भी महंगी बोली लग जाती है, सिर्फ इसलिए कि नंबर खास लगता है.
₹1.17 करोड़ में बिकी इस प्लेट ने साबित कर दिया कि भारत में VIP नंबर अब लक्जरी प्रोडक्ट की तरह बिक रहे हैं. यह नीलामी भविष्य की बोली प्रक्रियाओं के लिए एक नया मानक तय करती है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में ऐसे प्रीमियम नंबरों की मांग और बढ़ेगी, जिससे नंबर प्लेट का बाजार और अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएगा.