Gurugram Rain: हरियाणा की 'मिलेनियम सिटी' Millennium City और ऊंची-ऊंची इमारतों वाला गुरुग्राम सोमवार को हुई भारी बारिश के बाद पानी-पानी हो गया. सड़कों पर नदियां बह रही थीं , गाड़ियां रेंग रही थीं और लोग अपने घरों से निकलने से डर रहे थे. इसी दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई जिसने शहर के विकास के दावों की पोल खोल दी. एक युवक की दर्दनाक आपबीती ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया.
एक गुरुग्राम निवासी ने अपनी आपबीती Reddit पर साझा की. उसने बताया कि वह पिछले पांच महीनों से गुरुग्राम में रह रहा है. सोमवार की बारिश के बाद जब वह सड़क पर चल रहा था , तो घुटनों तक भरे पानी में उसे कुछ नहीं दिख रहा था. इसी दौरान , सड़क पर एक खुला नाला था जो पानी में छुपा हुआ था. बिना किसी चेतावनी या बैरिकेड के , वह सीधा उस खुले नाले में गिर गया. युवक ने लिखा, 'पूरी सड़क पर पानी भरा था और मुझे पता ही नहीं चला कि मैं किस पर कदम रख रहा हूं.'
इस घटना ने सोशल मीडिया पर लोगों को भड़काने का काम किया. युवक की पोस्ट 'गुरुग्राम में रहना सचमुच नरक है' के शीर्षक से वायरल हो गई. पोस्ट में युवक ने शहर की चरमराती नागरिक सुविधाओं पर सवाल उठाए. उसने लिखा , 'सड़कें नदियों की तरह भर जाती हैं , जवाबदेही बिल्कुल शून्य है और अधिकारियों को सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है.' युवक ने यह भी बताया कि वह एक दो साल के एम्प्लॉयमेंट बॉन्ड की वजह से इस शहर में फंसा हुआ है.
इस पोस्ट पर कई लोगों ने अपनी सहमति जताई और अपने बुरे अनुभव साझा किए. एक यूजर ने लिखा , 'मैं घुटनों तक भरे गटर के पानी में 3 किमी तक चला. ऐसा लग रहा था कि हर कदम पर बारूदी सुरंगों पर चल रहा हूं'. एक और यूजर ने व्यंग्य करते हुए कहा, 'पूरी तरह सहमत हूं और सबसे मजेदार बात यह है कि हम सब इस नरक में रहने के लिए पैसे देते हैं.'
कई लोगों ने युवक को तुरंत डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी. एक यूजर ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा , 'ऐसे गंदे पानी में अगर त्वचा पर कोई मामूली खरोंच भी आ जाए तो जान जा सकती है . तुरंत टिटनेस का इंजेक्शन लगवाओ.' बारिश के कारण गुरुग्राम-दिल्ली NH-8 पर करीब चार घंटे तक गाड़ियां रुकी रहीं . सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर के पास वाहनों की लंबी कतारें दिख रही थीं , जहाँ कारें और बसें बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रही थीं.