सर्द रात में थोड़ी गर्मी की तलाश एक भयावह हादसे में बदल गई. हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आए पांच मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई.
ये सभी एक होटल में पेंटिंग का काम कर रहे थे और ठंड से बचने के लिए उन्होंने कमरे में कोयले की अंगीठी जला ली. बंद कमरे में जमा हुई जहरीली गैस ने सभी की जान ले ली, जिससे परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
सोमवार रात काम खत्म करने के बाद सभी मजदूर अपने कमरे में लौटे. तापमान काफी गिर चुका था, इसलिए उन्होंने अंगीठी जला ली. कमरे के दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं. रातभर अंगीठी जलने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस फैल गई. बिना गंध वाली इस जहरीली गैस का किसी को आभास तक नहीं हुआ और नींद में ही पांचों मजदूरों की सांसें थम गईं.
मंगलवार सुबह जब काफी देर तक कमरे से कोई हलचल नहीं दिखी तो आसपास के लोगों और होटल स्टाफ को शक हुआ. कई बार आवाज देने के बाद भी अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और अंदर दाखिल हुई, जहां सभी मजदूर बेहोश अवस्था में पड़े मिले.
पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से सभी को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों ने जांच के बाद सभी को मृत घोषित कर दिया. प्रारंभिक जांच में मौत का कारण दम घुटना बताया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों की औपचारिक पुष्टि की जाएगी. फिलहाल मामला दर्ज कर जांच जारी है.
मृतकों की पहचान सहारनपुर के शेखपुरा कदीम इलाके के रहने वाले मजदूरों के रूप में हुई है. इनमें नूर और सोनू नाम के दो सगे भाई भी शामिल हैं, जिनकी शादी हाल ही में हुई थी. अन्य मृतकों में रोशन और तीन अन्य मजदूर हैं, जो सहारनपुर के अलग-अलग मोहल्लों के निवासी थे. जैसे ही खबर गांव पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई.
इस दर्दनाक घटना ने सर्दियों में अंगीठी और कोयले के इस्तेमाल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि बंद कमरे में अंगीठी जलाना बेहद खतरनाक होता है. पुलिस ने भी लोगों से अपील की है कि ठंड से बचने के लिए सुरक्षित साधनों का ही उपयोग करें. यह हादसा एक बार फिर बताता है कि थोड़ी सी लापरवाही कितनी बड़ी कीमत वसूल सकती है.