दिल्ली की जनता को जल्द ही बाजारों, अस्पतालों, मेट्रो स्टेशनों और बस टर्मिनलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिलेगी. दिल्ली सरकार ने इस दिशा में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है, जिसके तहत कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पहल के माध्यम से 20 वाटर एटीएम स्थापित किए जाएंगे. यह घोषणा शुक्रवार को अधिकारियों ने की. आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं.
दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल की सुविधा की कमी को देखते हुए सरकार ने वाटर एटीएम लगाने का फैसला किया है. ये वाटर एटीएम पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत स्थापित किए जाएंगे. इनका उद्देश्य लोगों को गर्मियों में ठंडा और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना है, ताकि बाहर निकलने वाले लोगों को पेयजल के लिए परेशान न होना पड़े.
वाटर एटीएम की खासियतें
दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की योजना के अनुसार, प्रत्येक वाटर एटीएम एक स्टैंडअलोन यूनिट होगी, जिसमें पानी को शुद्ध करने और वितरित करने की व्यवस्था होगी. इनमें रियल-टाइम वाटर क्वालिटी मॉनिटर और डिस्प्ले सिस्टम भी होगा, ताकि पानी की गुणवत्ता की जानकारी तुरंत मिल सके. इसके अलावा, ये एटीएम जीपीएस सिस्टम से लैस होंगे, जिससे उनकी लोकेशन को ट्रैक किया जा सके. गर्मी के महीनों (मार्च से अक्टूबर) में ठंडा पानी उपलब्ध कराने की सुविधा भी इनमें होगी.
स्कूलों और अन्य क्षेत्रों में भी लगेंगे वाटर एटीएम
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, “हमारी योजना सभी सरकारी स्कूलों में वाटर एटीएम लगाने और शहर के अन्य क्षेत्रों में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने की है.” यह कदम बच्चों और आम जनता के लिए स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा, जो स्वास्थ्य और सुविधा के लिए बेहद जरूरी है.
निजी कंपनियों को निमंत्रण
दिल्ली जल बोर्ड ने निजी कंपनियों को न्यूनतम 500 लीटर क्षमता वाले स्टेनलेस स्टील के वाटर एटीएम लगाने के लिए आमंत्रित किया है. इन एटीएम में रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) सिस्टम होना अनिवार्य है. साथ ही, इनके संचालन और रखरखाव के खर्च को पूरा करने के लिए कंपनियों को विज्ञापन के अधिकार दिए जाएंगे. इससे निजी कंपनियों को भी इस परियोजना में भाग लेने का प्रोत्साहन मिलेगा.
दिल्ली में 5,000 वाटर एटीएम की योजना
इससे पहले अप्रैल में जल मंत्री परवेश वर्मा ने घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार शहर भर में 5,000 वाटर एटीएम स्थापित करेगी. इनमें से लगभग 3,000 एटीएम डीजेबी अपने फंड से लगाएगा. यह योजना दिल्ली के उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगी, जहां पानी की कमी है, जैसे कि जेजे क्लस्टर और अनधिकृत कॉलोनियां. इन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति टैंकरों के माध्यम से की जाती है, और वाटर एटीएम इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकते हैं.
दिल्ली जल बोर्ड का मौजूदा नेटवर्क
डीजेबी वर्तमान में 14,697 किलोमीटर लंबे पाइप नेटवर्क के माध्यम से दिल्ली की 93% आबादी को पानी की आपूर्ति करता है. यह पानी भूमिगत जलाशयों और बूस्टर पंपिंग स्टेशनों के जरिए वितरित किया जाता है. हालांकि, नेटवर्क के अंतिम छोर पर स्थित क्षेत्रों में पानी की कमी एक बड़ी चुनौती है. वाटर एटीएम इस कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.