उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घोंडा इलाके में शुक्रवार, 6 जून 2025 को एक ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन पर भीषण आग लग गई. दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर चार दमकल गाड़ियां भेजीं. इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आग के कारणों की जांच जारी है.
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, यह आग दोपहर करीब 2:49 बजे घोंडा इलाके में स्थित एक ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन पर शुरू हुई. आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग ने त्वरित कार्रवाई की और चार दमकल गाड़ियां मौके पर भेजीं. दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत की. फिलहाल, आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है, और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है.
क्या है स्थिति?
अच्छी बात यह रही कि इस हादसे में किसी के घायल होने या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है. दमकल विभाग और पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग लगने की वजह क्या थी. संभावना है कि यह आग इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो, जैसा कि पहले भी इस तरह के हादसों में देखा गया है.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
दिल्ली में ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशनों पर आग लगने की यह कोई पहली घटना नहीं है. मई 2025 में शाहदरा इलाके में एक ऐसी ही घटना में दो किशोरों की मौत हो गई थी, और चार अन्य लोग घायल हो गए थे. उस हादसे में भी शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि कई ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं और इनमें अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन नहीं होता, जिसके कारण ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं.
आईटीओ में भी लगी थी आग
इसी दिन सुबह दिल्ली के आईटीओ में रेवेन्यू भवन में भी आग लगने की खबर सामने आई. यह आग दूसरे मंजिल पर कमरा नंबर 238 में लगी, जो एक भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी बीवी गेरंगल के कार्यालय में थी. दिल्ली अग्निशमन सेवा ने सात दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा, और 20 मिनट के भीतर आग पर काबू पा लिया गया. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया गया. इस घटना में कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज क्षतिग्रस्त हुए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ