Nizamuddin Firing Incident: दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के सामने शुक्रवार रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया. एक दुकान खाली कराने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और देखते ही देखते मौके पर फायरिंग शुरू हो गई. इस घटना में दुकानदार फुरकान को गोली लगी और उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अचानक करीब 11 बजे रात को गोलियों की आवाज से पूरा इलाका गूंज उठा. स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई. आरोपी एहसान नामक व्यक्ति, जो पहले फुरकान की दुकान किराए पर चला रहा था, अपने करीब दर्जनभर साथियों के साथ मौके पर पहुंचा और कहासुनी के बाद फायरिंग शुरू कर दी.
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फुरकान ने कुछ दिन पहले अपनी दुकान एहसान से वापस ले ली थी. इसी बात को लेकर दोनों के बीच तनातनी चल रही थी. फुरकान निजामुद्दीन मरकज के सामने खड़ा था, तभी एहसान अपने साथियों के साथ आया और बहस के बाद पांच राउंड फायरिंग कर दी. एक गोली फुरकान के पैर में लगी, जिसे तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत स्थिर है.
पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. स्थानीय लोगों की मदद से घायल को अस्पताल भेजा गया. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
पुलिस ने बताया कि तीन टीमें बनाकर छापेमारी की जा रही है. आरोपी एहसान और उसके साथियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. हालांकि, पुलिस अभी इस मामले को आपसी रंजिश बता रही है, लेकिन सभी एंगल से जांच की जा रही है.
दिल्ली के निजामुद्दीन जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इस तरह की वारदात से स्थानीय लोग डरे हुए हैं. लोगों का कहना है कि सार्वजनिक स्थान पर इस तरह की गोलीबारी से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हैं. पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.