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India Daily

New Delhi stampede 2025: लगेज गिरने से मची भगदड़, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद रेलवे करेगा ये बड़े बदलाव

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर फरवरी में हुई भगदड़ की जांच में सामने आया कि सिर से गिरा भारी लगेज हादसे का कारण बना. रेलवे ने इस त्रासदी के बाद 73 स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए नए इंतजामों की घोषणा की है, जिनमें एक्सेस कंट्रोल, चौड़े पुल, और स्टेशन डायरेक्टर की नियुक्ति शामिल है.

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Edited By: Km Jaya
New Delhi Railway Station stampede
Courtesy: Social Media

New Delhi stampede 2025: फरवरी 2025 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भयावह भगदड़ कांड का मुख्य कारण एक यात्री का सिर पर रखा भारी लगेज गिरना था. इस घटना में 18 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 4 बच्चे और 11 महिलाएं शामिल थीं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संसद में यह जानकारी दी.

समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के लिखित प्रश्न के जवाब में रेल मंत्री ने बताया कि उच्चस्तरीय जांच समिति ने 15 फरवरी को हुई इस घटना के लिए सिर पर रखे सामान को मुख्य कारण बताया है. भगदड़ फुट ओवरब्रिज नंबर 3 पर हुई, जो प्लेटफॉर्म 14 और 15 को जोड़ता है.

रिकॉर्ड तोड़ टिकटों की बिक्री

यह हादसा उस समय हुआ जब प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के कारण बिहार जाने वाले यात्रियों की भीड़ स्टेशन पर जमा हो गई थी. शाम 6 बजे से ही टिकट काउंटरों पर भीड़ बढ़ने लगी थी और रेलवे रिकॉर्ड के अनुसार उस दिन 7,600 अनारक्षित टिकट बेचे गए थे, जो प्रति घंटे करीब 1,500 की दर से थे.

मृतकों की मौत का कारण

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए खुलासे के मुताबिक सभी मृतकों की मौत दम घुटने से हुई. समिति ने यह भी पाया कि फुट ओवरब्रिज की चौड़ाई केवल 25 फीट थी और यात्रियों के भारी सामान के कारण आवागमन अवरुद्ध हो रहा था.

स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन 

रेलवे इस हादसे के बाद अब देशभर के 73 ऐसे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के व्यापक उपाय लागू करेगा, जहां अक्सर यात्रियों की भारी भीड़ रहती है. इनमें नई दिल्ली, आनंद विहार, अयोध्या, वाराणसी और गाजियाबाद शामिल हैं. इन स्टेशनों पर स्थायी होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे और प्लेटफॉर्म पर प्रवेश केवल ट्रेन के आने पर ही मिलेगा.

कन्फर्म टिकट धारकों को सीधे प्रवेश

रेलवे अब पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल लागू करेगा. केवल कन्फर्म टिकट धारकों को सीधे प्लेटफॉर्म पर प्रवेश मिलेगा, जबकि वेटिंग या बिना टिकट यात्रियों को बाहर बनाए गए इंतजार क्षेत्रों में रोका जाएगा. पुराने संकरे पुलों की जगह अब 12 मीटर और 6 मीटर चौड़े फुट ओवरब्रिज बनाए जाएंगे.

स्टेशन डायरेक्टर की नियुक्ति

हर बड़े स्टेशन पर एक वरिष्ठ अधिकारी स्टेशन डायरेक्टर नियुक्त किया जाएगा, जिसके पास वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार होंगे. डिजिटल कम्युनिकेशन, वॉकी-टॉकी, सीसीटीवी नेटवर्क और अनाउंसमेंट सिस्टम से भीड़ नियंत्रण में मदद ली जाएगी. इसके साथ ही स्टेशन स्टाफ को नई पहचान-पत्र और यूनिफॉर्म दी जाएगी ताकि केवल अधिकृत लोग ही स्टेशन परिसर में प्रवेश कर सकें.