नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके परिवार को नई दिल्ली के पंडारा पार्क बंगले से जबरन बेदखल कर दिया, जबकि ये मामला अदालत में विचाराधीन है.
बता दें कि यह बंगला पूर्व सांसद की पत्नी सीमा राज के नाम से आवंटित है, जो एक सेवानिवृत्त आईआरएस अधिकारी हैं. उदित राज की पत्नी सीमा ने कहा कि इस साल 31 मई तक लाइसेंस शुल्क का भुगतान किया था. हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से बेदखली के संबंध में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
वही परिवार को बंगले से बेदखल करने पर प्रतिक्रिया देते हुए उदित राज की पत्नी सीमा ने बताया कि सेवानिवृत्ति 30 नवंबर को थी, और दावा किया कि वह छह और महीनों के लिए आवास को बरकरार रख सकती थीं. उन्होंने कहा कि मैंने लाइसेंस शुल्क भी चुकाया था. मेरे पिता बहुत बीमार थे और हाल ही में उनका निधन हो गया. मैंने बार-बार संपदा निदेशालय को दूसरे आवास की व्यवस्था करने के लिए कुछ समय देने के लिए लिखा था.
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपना सामान समेटने और दूसरी जगह ढूंढने के लिए नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत तक का समय मांगा था. उन्होंने आगे कहा कि सितंबर में अदालत में अपील के बाद, मामले की सुनवाई 28 अक्टूबर को निर्धारित की गई थी. उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी जानबूझकर उस दिन आए जब अदालतें खुली नहीं थीं.
इस बीच, उदित राज ने भी बेदखली की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि मामला अदालत में विचाराधीन है. उन्होंने पूछा कि तीन-चार दिन और क्या फर्क पड़ेगा? उन्होंने आगे कहा कि यह उत्पीड़न दलित और गरीब लोगों की आवाज़ बनने की सजा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई बदले के भावना से प्रेरित है, जिसमें एक निचली जाति के विपक्षी नेता को निशाना बनाया गया, जबकि कई ऊंची जाति के लोग सरकारी बंगलों पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. कोई भी उच्च अधिकारी फोन पर उपलब्ध नहीं है. कोई भी मुझे कुछ नहीं बता रहा है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि मेरे घर का सामान सड़क पर फेंका जा रहा है.
आज मेरे निवास जो उनकी पत्नी श्रीमती सीमा राज जी के नाम से अलाट है, C-1/38, पंडारा पार्क, नई दिल्ली को एक महीने का अतिरिक्त समय के लिए कोर्ट के माध्यम से समय मांगा गया है और 28 अक्टूबर को इसकी सुनवाई है, कोर्ट के नोटिस के बावजूद भाजपा के नेताओं के इशारे पर आज जबरदस्ती सामान रोड… pic.twitter.com/jPnBT8OVgp— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 24, 2025
गौरतलब है कि उदित राज ने 2014 से 2019 तक भाजपा सांसद के रूप में उत्तर-पश्चिम दिल्ली का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था, जिसके बाद टिकट नहीं मिलने पर वो कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्होंने कहा कि वह घर खाली करने को तैयार हैं, लेकिन अधिकारियों की जल्दबाज़ी पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जो लोग समय से ज़्यादा समय तक रुक रहे हैं, उनके लिए भी यही पैमाना क्यों नहीं अपनाया जाता? मैं सामाजिक न्याय की अपनी लड़ाई से पीछे नहीं हटूंगा.