Heavy Rain in Delhi NCR: दिल्ली-एनसीआर में मानसून ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है. मंगलवार शाम हुई मूसलाधार बारिश ने जहां सड़क से लेकर आसमान तक अफरातफरी मचा दी, वहीं गुरुग्राम की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं. एयरपोर्ट पर भी भारी बारिश के चलते फ्लाइट्स की आवाजाही प्रभावित हुई और कई विमानों को दूसरे शहरों की ओर मोड़ना पड़ा.
गुरुग्राम में अचानक हुई तेज बारिश के बाद कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई. एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कारों की लंबी कतारें कई किलोमीटर तक फैली हुई हैं और वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं. बारिश के बाद सबसे ज्यादा असर एग्रीसेन चौक, सेक्टर 15, मेहरौली रोड और ओल्ड दिल्ली रोड पर देखने को मिला. जलभराव के कारण कई अंडरपास जैसे बाजघेरा और आईटीआई चौक को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है.
तेज बारिश के चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानों के संचालन पर भी गंभीर असर पड़ा है. एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण 15 फ्लाइट्स को दूसरे शहरों की ओर मोड़ा गया, जिनमें 8 जयपुर, 5 लखनऊ और 2 चंडीगढ़ डायवर्ट की गईं. दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि, 'विपरीत मौसम के चलते उड़ानों पर असर पड़ सकता है, लेकिन हमारी टीमें यात्रियों को सुरक्षित और सुचारु अनुभव देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं.'
#WATCH | Traffic congestion and slow vehicular movement witnessed at Delhi-Gurugram border following rain in Delhi NCR. pic.twitter.com/VFRj4kaeIi
— ANI (@ANI) October 7, 2025
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही मंगलवार के लिए दिल्ली-एनसीआर में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत में भारी वर्षा की संभावना जताई गई थी. इस बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई और कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने की घटनाएं भी दर्ज की गईं.
गुरुग्राम नगर निगम (MCG) ने स्थिति को संभालने के लिए तुरंत अपनी टीमों को मैदान में उतारा. निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि 'हमारी पूरी टीम सड़कों से पानी निकालने में जुटी हुई है. पंप लगाए जा चुके हैं और जिन इलाकों में जलभराव ज्यादा है, वहां अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया गया है.' निगम ने प्रमुख सड़कों और रिहायशी इलाकों में राहत कार्य जारी रखा, ताकि रात तक स्थिति सामान्य हो सके.
यह पहली बार नहीं है जब भारी बारिश के बाद गुरुग्राम की सड़कें तालाब में तब्दील हुई हैं. इससे पहले सितंबर की शुरुआत में भी 7-8 किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम ने लोगों को तीन-तीन घंटे तक फंसा दिया था. सोशल मीडिया पर लोगों ने एक बार फिर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं. आम लोगों का कहना है कि हर साल भारी बारिश के बाद यही स्थिति दोहराई जाती है, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं निकला है.