Delhi AQI: दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को भी लगातार खराब होती रही और लगातार छठे दिन भी यह खराब श्रेणी में बनी रही, जबकि दिवाली से पहले कई इलाके बहुत खराब और गंभीर श्रेणी में पहुंच गए. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार , शहर में सुबह 5:30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 274 दर्ज किया गया, जिससे राजधानी खराब श्रेणी में आ गई.
सुबह 7 बजे तक, दिल्ली के कई निगरानी केंद्रों ने खतरनाक AQI स्तर दर्ज किया. आनंद विहार में सबसे ज़्यादा 426 AQI दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में प्रवेश कर गया. आरके पुरम (322) और विवेक विहार (349) बेहद खराब श्रेणी में रहे. अशोक विहार (304), बवाना (303) और जहांगीरपुरी (314) जैसे अन्य इलाके भी बेहद खराब श्रेणी में रहे.
सीपीसीबी के अनुसार, 0 से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 को मध्यम श्रेणी में, 201 से 300 को खराब, 301 से 400 को बहुत खराब और 401 से 500 को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है.
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार शाम 4 बजे तक, दिल्ली के 38 में से नौ स्टेशनों ने बेहद खराब हवा की सूचना दी, जो गंभीर स्तर की ओर बढ़ रही थी. इनमें आनंद विहार, वज़ीरपुर, बवाना, जहाँगीरपुरी, ओखला, विवेक विहार, द्वारका और सिरी फोर्ट शामिल थे.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भी प्रदूषण का स्तर कुछ ऐसा ही रहा. लोनी (गाजियाबाद) में एक्यूआई 341, सेक्टर 125 (नोएडा) में 342 और सेक्टर 51 (गुरुग्राम) में भी 342 दर्ज किया गया, जो सभी "बेहद खराब" श्रेणी में आते हैं.
डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के अनुसार, शनिवार को दिल्ली के कुल प्रदूषण में परिवहन उत्सर्जन का योगदान 15.6% था - जो इसे सबसे बड़ा एकल योगदानकर्ता बनाता है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि त्योहारी पटाखों और पराली जलाने के साथ-साथ वाहनों से होने वाले उत्सर्जन से आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में पहुंच सकती है.
रविवार को आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम तापमान 19°C के आसपास रहने की संभावना है. भारतीय मौसम विभाग ने सुबह कोहरा छाए रहने और बाद में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है.
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली ने अनुमान लगाया है कि दिवाली से पहले अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण का स्तर खराब से बेहद खराब श्रेणी में रहने की संभावना है. अधिकारियों ने प्रदूषण के स्तर में और वृद्धि को रोकने के लिए दिवाली के दौरान बाहरी गतिविधियों को सीमित करने और पटाखों का उपयोग न करने का आग्रह किया है.