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India Daily

International yoga day 2025: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सुबह 4 बजे से पटरियों पर दौड़ेगी मेट्रो, 30 मिनट के अंतराल पर लगाएगी फेरे

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने योग के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक विशेष घोषणा की है. 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दिल्ली मेट्रो अपनी सेवाएं सुबह 4 बजे से शुरू करेगी.

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Edited By: Garima Singh
International yoga day 2025
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International yoga day: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने योग के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक विशेष घोषणा की है. 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दिल्ली मेट्रो अपनी सेवाएं सुबह 4 बजे से शुरू करेगी. यह कदम योग उत्सव में भाग लेने वाले लोगों की सुविधा के लिए उठाया गया है, ताकि वे समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें. 

डीएमआरसी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर जानकारी शेयर करते हुए कहा, "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2025 के अवसर पर योग उत्साही लोगों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए 21 जून 2025 (शनिवार) को सभी प्रारंभिक स्टेशनों से दिल्ली मेट्रो सेवाएं सुबह 4 बजे से शुरू होंगी. दैनिक समय सारिणी के मुताबिक यात्री सेवाओं के शुरू होने तक सुबह 4 बजे से 30 मिनट के अंतराल पर सभी लाइनों पर सेवाएं उपलब्ध होंगी."

महत्वपूर्ण आयोजनों में दिल्ली मेट्रो की भूमिका

दिल्ली मेट्रो ने पहले भी राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान अपनी सेवाओं को सुबह जल्दी शुरू करने की परंपरा बनाए रखी है। उदाहरण के लिए, इस वर्ष फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव के दौरान मेट्रो सेवाएं सुबह 4 बजे शुरू की गई थीं। डीएमआरसी ने तब घोषणा की थी, "दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव और 8 फरवरी को मतगणना के दिन सभी लाइनों पर दिल्ली मेट्रो ट्रेन सेवाएं अपने टर्मिनल स्टेशनों से सुबह 4 बजे शुरू होंगी ताकि चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी इस सुविधा का लाभ उठा सकें।" इसके अतिरिक्त, चुनाव ड्यूटी से देर रात लौटने वाले कर्मचारियों के लिए 5 और 6 फरवरी को मध्यरात्रि तक मेट्रो सेवाएं बढ़ाई गई थीं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व

हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग की प्राचीन भारतीय पद्धति को वैश्विक मंच पर ले जाता है. यह दिन शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र में प्रस्तावित इस दिवस को विश्व स्तर पर मान्यता मिली. तब से, यह दुनिया भर में योग सत्रों, कार्यशालाओं और जागरूकता अभियानों के माध्यम से उत्साह के साथ मनाया जाता है. 21 जून का दिन ग्रीष्म संक्रांति के साथ मेल खाता है, जो उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है. यह प्रकाश, संतुलन और जीवन शक्ति का प्रतीक है.   हर साल इस दिन को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है.