नई दिल्ली में चर्चित छेड़छाड़ मामले में आरोपी स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद सरस्वती की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की जांच ने कई चौंकाने वाले पहलुओं को उजागर किया है. दिल्ली पुलिस ने उनके संस्थान श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) से तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामान बरामद किया, जिनमें सेक्स टॉय, पोर्नोग्राफिक सीडी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बराक ओबामा और डेविड कैमरन जैसे नेताओं के साथ मॉर्फ्ड फोटो शामिल हैं.
पुलिस का कहना है कि बाबा ने इन फोटो का इस्तेमाल यह जताने के लिए किया कि वह बड़े-बड़े नेताओं के नजदीक हैं. इसका उद्देश्य अपने अनुयायियों और महिला छात्रों के बीच झूठी विश्वसनीयता बनाना था. जांचकर्ताओं को आशंका है कि इन फर्जी तस्वीरों का इस्तेमाल न केवल गुमराह करने बल्कि ब्लैकमेलिंग के लिए भी किया गया होगा.
बरामद सामग्री में एक सेक्स टॉय और पांच सीडी भी मिली हैं, जिनमें अश्लील वीडियो होने की आशंका है. इन सीडी और अन्य डिजिटल डिवाइसों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस को शक है कि इन सामग्रियों का उपयोग महिलाओं को फंसाने और उनकी कमजोरियों का फायदा उठाने में किया गया.
चैतन्यानंद के पास से एक BMW कार भी बरामद हुई है, जिस पर वीआईपी नंबर प्लेट लगी थी. पुलिस की जांच में सामने आया है कि वह इस कार का इस्तेमाल महिला छात्रों और अनुयायियों को झूठे वादों के साथ घुमाने और फिर शोषण करने के लिए करता था. कई शिकायतें इस बात की पुष्टि करती हैं कि गाड़ी ही उसका 'हनीट्रैप' का हथियार थी.
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब SRISIIM की 17 छात्राओं ने चैतन्यानंद पर यौन शोषण और छेड़छाड़ का आरोप लगाया. इसके बाद सामने आई चैटिंग और बातचीत के रिकॉर्ड से संकेत मिला कि आरोपी के दुबई जैसे विदेशी संपर्क भी थे. पुलिस अब इस पहलू की भी जांच कर रही है कि क्या मामला सिर्फ यौन शोषण तक सीमित है या इसके पीछे मानव तस्करी और आर्थिक अनियमितताओं का कोई बड़ा नेटवर्क छिपा है.