Ayushman Arogya Mandir Delhi: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को राजधानी में 33 नए ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ का लोकार्पण किया. इस अवसर पर उन्होंने पिछली आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला किया और कहा, राज्य सरकार द्वारा जिन स्थानों पर ये केंद्र खोले गए हैं, वहां पहले मोहल्ला क्लीनिक, डिस्पेंसरी या पोलिक्लिनिक संचालित होते थे. अब इन्हें आधुनिक सुविधाओं वाले आरोग्य मंदिर में तब्दील किया गया है.
CM ने बताया कि पांच साल पहले केंद्र ने दिल्ली सरकार को 2,400 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए थे और निर्देश दिया था कि बेहतर स्वास्थ्य ढांचा बनाकर जन आरोग्य मंदिर खोले जाएँ और सभी दिल्लीवासियों को मुफ्त जांच की सुविधा मिले.
'लेकिन पिछली सरकार ने उस दिशा में काम नहीं किया.' बीजेपी शासन में आते ही तत्कालीन वित्त का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर केंद्रित किया गया.
नए आरोग्य मंदिरों में पारंपरिक सफेद दीवारों की जगह अब रंगीन रंग-रूप और चमचमाते फर्नीचर लगाए गए हैं. प्रत्येक केंद्र में आधुनिक मॉड्यूलर अलमारियां हैं, जहां आवश्यक दवाइयां उपलब्ध रहेंगी. साथ ही इनमें अत्याधुनिक लैब सुविधाएं, साफ-सुथरे शौचालय एवं सुविधाजनक प्रतीक्षालय बनाए गए हैं. ये बदलाव मरीजों को बेहतर अनुभव देने के साथ सरकारी स्वास्थ्य सेवा में सकारात्मक परिवर्तन का संदेश भी देंगे.
उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि दिल्ली में अब कुल 17 जन औषधि केंद्र शुरू किए गए हैं. इन केंद्रों में सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत मिलेगी.
अपने संबोधन में रेखा गुप्ता ने कहा, 'अब हर व्यक्ति को मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएं और आवश्यक दवाइयां आसानी से मिलेंगी.'
- नि:शुल्क जांच: खून, यूरिन व अन्य बुनियादी परीक्षण निशुल्क होंगे.
- मोबाइल मेडिकल वैन: इन केंद्रों से दूर इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने के लिए भेजी जाएँगी.
- परिवार-केंद्रित सेवाएं: मातृ–शिशु स्वास्थ्य एवं विभिन्न स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे.
नए आरोग्य मंदिरों से दिल्लीवालों को मिलने वाली इन सुविधाओं से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा मजबूत होने की उम्मीद है.