दिल्ली सरकार ने रविवार (25 मई) को सूत्रों के हवाले से बताया कि मिंटो ब्रिज अंडरपास पर रातभर की बारिश के बाद जलजमाव के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना है. दरअसल, यह घटना राजधानी दिल्ली में मानसून के दौरान जलजमाव की गंभीर समस्या को उजागर करती है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि, मिंटो ब्रिज अंडरपास के रखरखाव के लिए जिम्मेदार एक जूनियर इंजीनियर और पंप ऑपरेटर को निलंबित किया जाएगा, जबकि सहायक इंजीनियर को निगरानी में चूक के लिए कारण बताओ नोटिस जारी होगा. एक सरकारी सूत्र ने कहा, "उच्च अधिकारियों ने अंडरपास पर जलजमाव के लिए जिम्मेदार इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया है, क्योंकि वे समय पर मौके पर नहीं पहुंचे.
#WATCH | A car submerged as heavy rainfall causes severe waterlogging in parts of Delhi.
— ANI (@ANI) May 24, 2025
(Visuals from Minto Road) pic.twitter.com/HmRv09CEpV
जिम्मेदार इंजीनियर के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
दरअसल, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री परवेश वर्मा ने पिछले महीने साफ निर्देश दिए थे कि मानसून के दौरान किसी भी पहचाने गए स्थान पर जलजमाव होने पर जिम्मेदार इंजीनियर के खिलाफ सख्त कार्रवाई, जिसमें निलंबन शामिल होने की कार्रवाई की जाएगी.
मिंटो ब्रिज: जलजमाव का हॉटस्पॉट
दिल्ली सरकार ने मिंटो ब्रिज अंडरपास को सात प्रमुख जलजमाव हॉटस्पॉट्स में से एक के रूप में चिह्नित किया था, जहां विशेष ध्यान और विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ द्वारा निगरानी की आवश्यकता थी. सूत्रों ने बताया, "इंजीनियर-इन-चीफ को निर्देश दिया गया है कि वे सभी पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को ऐसी घटनाओं से बचने के लिए चेतावनी जारी करें.
भारी बारिश और जलजमाव की शिकायतें
भारी रातभर की बारिश के कारण पीडब्ल्यूडी को जलजमाव से संबंधित लगभग 40 शिकायतें मिलीं हैं. सराय काले खान बस स्टैंड, तिमारपुर मुख्य बाजार, पीरागढ़ी चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास, ढौला कुआं अंडरपास, पालम अंडरपास, आजादपुर अंडरपास, मिंटो रोड अंडरपास, ज़खीरा अंडरपास, ग्रेटर कैलाश-2 और आईटीओ में जलजमाव देखा गया.
दिल्ली में जलजमाव के क्या हैं हालात!
पीडब्ल्यूडी के अनुसार, ट्रैफिक पुलिस के डेटा के आधार पर 2025 में राजधानी में कुल 445 जलजमाव बिंदुओं की पहचान की गई है, जिनमें से 335 बिंदु पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी के अंतर्गत आते हैं. मंत्री वर्मा ने इन सभी बिंदुओं के लिए सहायक इंजीनियरों और जूनियर इंजीनियरों को स्थानीय प्रभारी नियुक्त किया है.