दिल्ली एनसीआर में ठंड की शुरुआत भले हल्की हुई हो लेकिन प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया है. सोमवार को राजधानी की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है. कई इलाकों का AQI 450 से ऊपर दर्ज हुआ जो गंभीर स्थिति का संकेत है. हवा की धीमी रफ्तार तापमान में गिरावट और धूल धुआं मिलकर राजधानी की सांसों पर भारी पड़ रहे हैं.
रविवार को दिल्ली का ओवरऑल AQI 391 दर्ज हुआ जो बहुत खराब श्रेणी में आता है. यह शनिवार के मुकाबले 21 पॉइंट ज्यादा था. हवा में मौजूद पीएम 10 और पीएम 2.5 के स्तर ने भी चिंता बढ़ा दी.
रविवार शाम चार बजे पीएम 10 का लेवल 373.3 और पीएम 2.5 का लेवल 215.8 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य सीमा से करीब साढ़े तीन गुना अधिक है. सोमवार को हालात और बदतर हो गए. शहर का औसत AQI 404 दर्ज हुआ.
| शहर | एक्यूआई |
|---|---|
| दिल्ली | 404 |
| नोएडा | 451 |
| गाजियाबाद | 604 |
| गुड़गांव | 395 |
| ग्रेटर नोएडा | 471 |
गाजियाबाद का AQI 600 के पार पहुंचना बेहद खतरनाक स्थिति को दर्शाता है.
सोमवार को कई इलाकों ने गंभीर श्रेणी में प्रवेश कर लिया. नीचे सबसे खराब AQI वाले क्षेत्रों की सूची है.
| रैंक | इलाका | एक्यूआई |
|---|---|---|
| 1 | वजीरपुर | 456 |
| 2 | विवेक विहार | 456 |
| 3 | रोहिणी | 449 |
| 4 | जहांगीरपुरी | 446 |
| 5 | बवाना | 440 |
| 6 | आनंद विहार | 436 |
| 7 | अशोक विहार | 434 |
| 8 | मुंडका | 422 |
| 9 | नरेला | 422 |
| 10 | बुराड़ी | 415 |
इन इलाकों में हवा इतनी खराब है कि सुबह शाम लोगों को गले में जलन और आंखों में चुभन महसूस हो रही है.
IIT पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के अनुसार रविवार को दिल्ली की हवा में पराली का योगदान केवल 1.39 प्रतिशत था जबकि शनिवार को यह 2.66 प्रतिशत था. यानी प्रदूषण की असली वजह स्थानीय स्तरीय धुआं धूल ठंडी हवा की कमी और धीमी हवाएं हैं.