नई दिल्ली: कांग्रेस नेता उदित राज एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं. उन्होंने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकियों का जलवा कह दिया, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. उदित राज केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे थे, लेकिन उनके शब्दों ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि जब भी केंद्र सरकार यह दावा करती है कि आतंकवाद खत्म हो चुका है, तभी आतंकवादी अपना जलवा दिखा देते हैं.
इसी संदर्भ में उन्होंने लाल किले के पास हुए हालिया धमाके का जिक्र किया. 10 नवंबर की शाम लाल किले के पास एक i20 कार में जोरदार ब्लास्ट हुआ था. जांच में सामने आया कि यह हमला डॉक्टरों के एक आतंकी मॉड्यूल ने अंजाम दिया था. जम्मू कश्मीर के रहने वाले डॉक्टर उमर नबी ने हमला किया था. इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए थे.
#WATCH | Delhi: Congress leader Udit Raj says, "... Recently, there was a bomb blast in Kashmir. Whenever they (the central govt) say that they have buried terrorism, 'tab tab terrorists kuch na kuch apna jalwa dikha dete hain'. They carry out some terrorist activity to show that… pic.twitter.com/TBa8Qds4es
— ANI (@ANI) November 29, 2025
जम्मू कश्मीर की स्थिति पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के एक बयान से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए उदित राज ने कहा कि राज्य को स्टेटहुड देने का वादा किया गया था, लेकिन उसे बार बार टाला जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि वहां लगातार बेईमानी हो रही है और जनता परेशानी झेल रही है. उन्होंने कहा कि कश्मीर संभल नहीं रहा है और हालात बार बार बिगड़ रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि जब भी कहा जाता है कि आतंकवाद दफन हो चुका है, तभी आतंकवादी कुछ ना कुछ करके दिखा देते हैं.
उदित राज ने जैसे ही दिल्ली ब्लास्ट को आतंकियों का जलवा कहा, तुरंत ही अपने शब्द वापस लेते हुए सुधार किया और कहा कि आतंकवादी गतिविधियां दिखाकर अपना अस्तित्व जताते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार लगातार यह दावा करती रही है कि देश में आतंकवाद खत्म हो गया है, लेकिन घटनाएं इन दावों को गलत साबित कर देती हैं. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही कहा गया था कि जम्मू कश्मीर के बाहर कहीं हमला नहीं हुआ, लेकिन कुछ ही समय बाद लाल किले के पास धमाका हो गया.
उदित राज ने पहले भी कश्मीर में आतंकवाद खत्म होने के दावों पर सवाल उठाए थे और कहा था कि जब भी ऐसे दावे किए जाते हैं, तभी आतंकी घटनाएं सामने आ जाती हैं.