Delhi News: दिल्ली पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है वो ट्रांसजेंडर सुहान खान (30), जिसे करीब 45 दिन पहले बांग्लादेश डिपोर्ट किया गया था, वह वापस लौटकर शालीमार बाग इलाके में फिर से भीख मांग रहा था, जहां से उसे पहले पकड़ा गया था. पुलिस ने अब उसे और आसपास के 6 अन्य अवैध प्रवासियों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है.
सहान को 15 मई को हिंद-पश्चिम दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था और बाद में त्रिपुरा के अगरतला भेजा गया था. वहां से उसने मानसिक बीमारी का नाटक किया और सीमा पर घूमता रहा. पुलिस के अनुसार, उसने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भारत लौटने की योजना बनाई. अगरतला से आनंद विहार रेलवे स्टेशन, फिर शालीमार बाग सिधा वही जगह, वही भीख मांगने की जगह.
30 जून को शालीमार बाग में छापे के दौरान, पुलिस ने सुहान समेत 5 ट्रांसजेंडर और एक पुरुष, एक महिला को हिरासत में लिया, जो बिना दस्तावेज के थे. पूछताछ में सभी ने भारतीय नागरिक होने का दावा किया, लेकिन दस्तावेज सत्यापन में उनके दावे झूठे पाए गए. साथ ही तीन स्मार्टफोन जब्त किए गए, जिनमें से एक में प्रतिबंधित मैसेजिंग ऐप मिला शायद वे इसका इस्तेमाल बांग्लादेश में परिवार से संपर्क के लिए करते थे.
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के DCP भीष्म सिंह ने बताया कि यह विशेष निगरानी अभियान का हिस्सा था, जिसमें मेट्रो शहरों में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर डेटा, दस्तावेज़, और गतिविधियों की जांच की जा रही है ताकि राष्ट्र सुरक्षा मजबूत की जा सके.
खिलाफ FIR दर्ज कर सभी 7 आरोपी हिरासत में रखे गए हैं और उनसे विस्तृत पूछताछ जारी है. जांच टीम ने FRRO और अन्य एजेंसियों को सूचित कर दिया है. सुहान किस रास्ते से वापस आया, ट्रांसजेंडर गिरोह की भूमिका क्या थी, और प्रतिबंधित ऐप की भूमिका क्या रही ये सभी सवाल जांच के दायरे में हैं.