नई दिल्ली: एक बार फिर दिल्ली धुंध की चपेट में है. बुधवार रात से शुरू हुआ यह धुंध का साया गुरुवार सुबह तक जारी रहा, जिससे आंखों में जलन, गले में खराश और त्वचा में खुजली की शिकायतें बढ़ गईं. गुरुवार को प्रदूषण का स्तर 100 अंकों से
ज्याद बढ़ गया, जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 311 पर पहुंच गया, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है. एक दिन पहले यह 202 था.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह वृद्धि पराली जलाने, पटाखों और स्थानीय वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण हुई है. पंजाब और हरियाणा से आने वाला पराली का धुआं उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जरिए दिल्ली पहुंच रहा है. पर्यावरण मंत्रालय की निर्णय समर्थन प्रणाली के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली के PM 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 9.48 प्रतिशत था, जो इस मौसम में सबसे ज्यादा है.