छत्तीसगढ़ के पुसगुन्ना क्षेत्र में बुधवार (11 जून) को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो माओवादी मारे गए, जिनमें एक स्थानीय संगठन दस्ता (एलओएस) कमांडर शामिल था, जिसके सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस ने इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि मुठभेड़ में एक महिला माओवादी भी मारी गई.
बस्तर पुलिस के बयान के अनुसार, कुकानार पुलिस और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) ने मंगलवार को पुसगुन्ना जंगलों में सीपीआई (माओवादी) कैडरों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया. यह ऑपरेशन दोपहर 2 बजे शुरू हुआ। तीखी गोलीबारी के बाद, सुरक्षा बलों ने दो माओवादियों के शव बरामद किए, जिनमें एक महिला शामिल थी.
जानिए पुलिस ने क्या कहा?
इस मामले में बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया, “मारे गए माओवादियों में पेदारस का एलओएस कमांडर बामन शामिल था, जिसके सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम था. हालांकि, महिला माओवादी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.”
हथियार और विस्फोटक बरामद
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने एक इंसास राइफल, एक 12-बोर बंदूक, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की है. वहीं, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “आसपास के घने जंगलों में भागे माओवादियों का पीछा करने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं. फिलहाल, गहन तलाशी अभियान जारी है.”
यह मुठभेड़ एक दिन पहले कोण्टा क्षेत्र में हुए विस्फोट के बाद हुई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरेपुंजे की माओवादियों द्वारा कथित तौर पर लगाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) ब्लास्ट में मौत हो गई थी. इस घटना ने क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई को और तेज कर दिया है.
मामले की चल रही जांच-पड़ताल
पुलिस मारे गए माओवादियों की पहचान और उनके नेटवर्क की जानकारी जुटाने में लगी है. बस्तर क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.