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'अभी तो शादी ही नहीं हुई, कैसे बताऊं कि सुहागरात..,' लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने क्यों कहा ऐसा? वीडियो वायरल

आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य द्वारा दिए गए बयान से महागठबंधन को अब अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा, वरना यह बयान उनके लिए भारी पड़ सकता है. बिहार की जनता इस सियासी ड्रामे को करीब से देख रही है, और आने वाले दिनों में इसका असर चुनावी नतीजों पर पड़ सकता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Rohini Acharya
Courtesy: x@RohiniAcharya2

बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक माहौल में हलचल तेज हो गई है. महागठबंधन की "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई विवादित टिप्पणी का मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का अजीबो-गरीब बयान चर्चा का केंद्र बन गया है. यह बयान न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, बल्कि बिहार की सियासत में नई बहस को जन्म दे रहा है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर एनडीए नेताओं ने लगातार हमले किए हैं. इसी संदर्भ में जब रोहिणी आचार्य से पूछा गया कि आखिर सीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा, तो उन्होंने व्यंग्य भरे लहजे में कहा, “अभी तो शादी ही नहीं हुई, ये कैसे बताया जा सकता है कि सुहागरात किसके साथ मनाया जाएगा. जब वक्त आएगा, सबको पता चल जाएगा.” इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार पर तेजस्वी यादव की घोषणाओं की नकल करने का आरोप लगाया. यह बयान महागठबंधन के भीतर एकता पर सवाल उठा रहा है और तेजस्वी यादव की दावेदारी को लेकर संशय पैदा कर रहा है.

महागठबंधन का हास्य, विपक्ष का गंभीर हमला

रोहिणी के इस बयान ने बिहार की राजनीति में तूफान मचा दिया है. महागठबंधन समर्थक इसे "हास्य और व्यंग्य" का हिस्सा बता रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करार दे रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कई बार खुद को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित कर चुके हैं, और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उनकी दावेदारी पर सहमति जताई है. हाल ही में तेजस्वी और जन अधिकार पार्टी के पप्पू यादव के बीच पुरानी दुश्मनी खत्म करवाकर एकता दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन रोहिणी का बयान इस एकता पर सवालिया निशान लगा रहा है.

सियासी तनाव और वोटर अधिकार यात्रा

बिहार में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा जनता को लुभाने का प्रयास है, लेकिन बीजेपी और एनडीए लगातार पूछ रहे हैं कि आखिर महागठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा. इसी बीच पटना में पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी के बाद सियासी टकराव चरम पर पहुंच गया. कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई, जिसमें कई कार्यकर्ताओं के सिर फूट गए. यह घटना बिहार की सियासत में और गर्माहट ला रही है.