RJD Leader Murder: बिहार की राजधानी पटना में बुधवार (10 सितंबर) शाम हुए ताजा घटनाक्रम ने पूरे राज्य को हिला दिया है. चुनावी माहौल के बीच आरजेडी नेता और प्रॉपटी डीलर राजकुमार उर्फ आलाराय की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात ने न केवल राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी है बल्कि बिहार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं. जिस तरह अपराधियों ने नजदीक से फायरिंग कर नेता को मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गए, उसने कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है.
पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने पूरी योजना बनाकर इस हत्या को अंजाम दिया. घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई, दुकानदारों ने अपने शटर गिरा दिए और लोग घरों में छिप गए. घायल नेता को अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है. हालांकि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि हमलावर पीड़ित की गतिविधियों पर पहले से नजर रखे हुए थे.
पटना ईस्ट एसपी परिचय कुमार ने बताया कि वारदात के तुरंत बाद इलाके में लगे फुटेज खंगाली जा रही है. चश्मदीदों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और पुलिस का दावा है कि अपराधियों की पहचान जल्द हो जाएगी.
आरजेडी नेता की हत्या के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है. बड़ी संख्या में आरजेडी कार्यकर्ता और समर्थक अस्पताल और घटनास्थल पर जुट गए. उन्होंने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की और आरोप लगाया कि अपराधियों का हौसला लगातार बढ़ रहा है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि वारदात के दौरान इलाके में लगातार गोलियों की आवाज सुनाई दी. इससे पूरा माहौल दहशत में बदल गया. लोग घरों में दुबक गए और दुकानदारों ने शटर गिरा दिए. इस घटना ने आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता और गहरी कर दी है.
फिलहाल पुलिस ने दावा किया है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. लेकिन आरजेडी नेता की इस निर्मम हत्या ने एक बार फिर राजधानी की कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है. लगातार बढ़ते अपराध के बीच जनता और नेता दोनों ही असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.