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India Daily

Voter Rights Yatra: वोट चोरी के खिलाफ राहुल-तेजस्वी के अभियान का आज दूसरा दिन, जानें उनके आज के यात्रा का रोड मैप

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का दूसरा दिन औरंगाबाद से गया तक है. राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर वोट चोरी के आरोप लगाए, जिस पर चुनाव आयोग ने उन्हें 7 दिन में सबूत देने या माफी मांगने को कहा है. यह यात्रा 16 दिन चलेगी और 1 सितंबर को पटना में रैली के साथ समाप्त होगी.

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Edited By: Km Jaya
Rahul Gandhi Tejashwi Yadav march
Courtesy: Social Media

Voter Rights Yatra: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी तथा राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का सोमवार यानी आज दूसरा दिन है. यह यात्रा औरंगाबाद के देव सूर्य मंदिर से शुरू होकर अम्बा, कुटुंबा क्षेत्र से होते हुए रफीगंज पहुंचेगी. शाम तक दोनों नेता गया जिले के गुरारू पहुंचेंगे और खलीस पार्क में सभा को संबोधित करेंगे. यहीं पर रात्रि विश्राम भी होगा. फिलहाल यह यात्रा पैदल मार्च के बजाय वाहनों से की जा रही है, लेकिन नेताओं की जनता से लगातार मुलाकात जारी है.

बीते दिन सासाराम से यात्रा की शुरुआत हुई थी, जहां राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर ‘वोट चोरी’ के गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि देश में बड़ा चुनावी घोटाला चल रहा है और नागरिकों के संवैधानिक अधिकार छीने जा रहे हैं. राहुल गांधी का दावा है कि कई लोगों ने उनसे शिकायत की है कि उनके नाम वोटर लिस्ट से गायब कर दिए गए हैं.

चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी के इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने रविवार को प्रतिक्रिया दी. आयोग ने उन्हें सात दिन का समय दिया है ताकि वे शपथपत्र और सबूत पेश करें या फिर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि बिना सबूत इन आरोपों को निराधार माना जाएगा. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी SIR की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और इसमें सभी संबंधित पक्षों को शामिल किया गया है.

INDIA गठबंधन के कई बड़े नेता शामिल 

राहुल गांधी की यह यात्रा 16 दिन लंबी है और 1,300 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय करेगी. यात्रा बिहार के 20 से अधिक जिलों से होकर गुजरेगी और 1 सितंबर को पटना में एक विशाल रैली के साथ समाप्त होगी. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का यह अभियान लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है. कांग्रेस और राजद का कहना है कि वोटर लिस्ट से नाम हटाना जनता के अधिकारों पर हमला है. वहीं बीजेपी और चुनाव आयोग दोनों ने इन आरोपों को खारिज किया है.