Bihar Assembly Election 2025: बिहार की सियासत में लंबे समय से चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है. प्रशांत किशोर ने इस बार खुद को चुनावी मैदान से दूर रखने का संकेत दे दिया है. जन सुराज पार्टी ने मंगलवार को राघोपुर सीट से अपने प्रत्याशी के रूप में चंचल सिंह का नाम घोषित कर दिया.
यह वही सीट है, जहां से राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चुनाव लड़ते हैं. पार्टी के इस ऐलान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशांत किशोर अब किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे.
बिहार विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में संपन्न होंगे. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होगा. नतीजों की घोषणा 14 नवंबर को की जाएगी. कुल 243 सीटों पर होने वाले इस चुनाव में जन सुराज पार्टी ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है.
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी अब तक दो सूचियां जारी कर चुकी है. पहली सूची 9 अक्टूबर को आई थी, जिसमें 51 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे. इसके बाद 13 अक्टूबर को जारी दूसरी सूची में 65 और नामों की घोषणा की गई. इन दोनों सूचियों में सुरक्षित सीटों और सामान्य सीटों का संतुलन दिखता है. पार्टी का दावा है कि वह सामाजिक प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दे रही है और हर तबके से उम्मीदवार मैदान में उतारे जा रहे हैं.
पहली सूची में वाल्मीकिनगर से दिग नारायण प्रसाद, लौरिया से सुनील कुमार, हरसिद्धि से अवधेश राम, ढाका से लाल बहादुर प्रसाद, और सुरसंड से उषा किरण को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, निर्मली से राम प्रवेश यादव और सिकटी से राघिब बबलू मैदान में हैं. दूसरी सूची में करहगर से रितेश रंजन पांडेय, बोधगया से लक्ष्मण मांझी, और पटना कुम्हरार से केसी सिन्हा जैसे नाम शामिल हैं. बिहारशरीफ से दिनेश कुमार, गोह से सीताराम दुखारी और आरा से विजय कुमार गुप्ता भी पार्टी के उम्मीदवार हैं.
राघोपुर सीट पर अब मुकाबला तेजस्वी यादव और जन सुराज के चंचल सिंह के बीच होगा. तेजस्वी के इस पारंपरिक गढ़ में प्रशांत किशोर के न उतरने से यह स्पष्ट है कि जन सुराज अब संगठन के विस्तार और वैचारिक जमीनी मजबूती पर ध्यान दे रहा है. पार्टी मानती है कि बिहार की राजनीति को नए सोच और विकास आधारित विमर्श की जरूरत है.