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Patna two children murdered: 'शरीर पर चोट के निशान', पटना में खड़ी कार में मिले दो बच्चों के शव, ट्यूशन टीचर गिरफ्तार

इस घटना से इलाके में आक्रोश फैल गया तथा निवासियों और रिश्तेदारों ने न्याय की मांग की. पुलिस ने बताया कि जब लड़की मिली तो उसकी साँसें चल रही थीं, लेकिन तुरंत इलाज के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. अधिकारियों ने शवों पर चोटों के निशान की पुष्टि की और बताया कि एफएसएल टीम विस्तृत जांच कर रही है

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Edited By: Reepu Kumari
Patna two children murdered
Courtesy: Pinterest

Patna two children murdered: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को एक खड़ी कार के अंदर दो बच्चों के शव मिले. दोनों भाई-बहनों में एक लड़का और एक लड़की शामिल थी, जिनकी उम्र 5 से 10 साल के बीच थी और उनकी सांसें भी मुश्किल से चल रही थीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लड़की को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

पटना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) मोहम्मद हबीबुल्लाह ने बताया कि कार बच्चों के घर के पास खड़ी थी और एक शव पर जलने के निशान पाए गए.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

एएसपी की मानें तो एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि दूसरा जीवित था और उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी भी मौत हो गई. पुलिस मौत के कारण का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

ट्यूशन शिक्षक गिरफ्तार

स्थानीय मीडिया समाचार रिपोर्टों के अनुसार, पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में इंद्रपुरी रोड नंबर 12 के पास खड़ी एक कार के अंदर दो छोटे भाई-बहनों के शव पाए गए.

पीड़ितों की पहचांन

पीड़ितों की पहचांन पांच वर्षीय दीपक कुमार और उसकी सात वर्षीय बहन लक्ष्मी के रूप में हुई है, जो एक आवासीय परिसर में एक वाहन के अंदर पाए गए.उनके पिता गणेश साव पटना में मज़दूरी करते हैं, जबकि उनकी माँ किरण देवी घरों में काम करती हैं.

टीचर गिरफ्तार

रिपोर्ट मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और जांच में मदद के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम को बुलाया गया. कार को जब्त कर लिया गया है और मामले के सिलसिले में एक स्थानीय महिला ट्यूशन टीचर को गिरफ्तार किया गया है.

ट्यूशन टीचर पर शक

परिजनों के अनुसार, बच्चे दोपहर करीब 12:30 बजे पड़ोस में रहने वाली शिक्षिका के घर ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से निकले थे.जब वे शाम तक नहीं लौटे, तो रिश्तेदारों ने उनकी तलाश शुरू की. किरण देवी ने बताया कि उन्होंने शाम करीब 4 बजे शिक्षिका को फोन किया, जिन्होंने बताया कि बच्चे पहले ही घर जा चुके हैं.

शाम करीब सात बजे तक तलाश जारी रही, जब बच्चे अपने घर से थोड़ी ही दूरी पर खड़ी एक कार में बेहोश पाए गए. उन्हें एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

मां का आरोप

मां ने आरोप लगाया कि उसके बेटे के शरीर पर चोटों के निशान थे और उसकी बेटी का गला घोंटकर हत्या की गई थी.उसने दावा किया कि बच्चों की हत्या करके उनके शव कार में छिपा दिए गए थे.दोनों पिछले चार महीनों से ट्यूशन क्लास जा रहे थे.

स्थानीय लोगों में आक्रोश

इस घटना से इलाके में आक्रोश फैल गया तथा निवासियों और रिश्तेदारों ने न्याय की मांग की. पुलिस ने बताया कि जब लड़की मिली तो उसकी साँसें चल रही थीं, लेकिन तुरंत इलाज के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. अधिकारियों ने शवों पर चोटों के निशान की पुष्टि की और बताया कि एफएसएल टीम विस्तृत जांच कर रही है. सभी पहलुओं से जांच जारी है और कार मालिक व अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा.