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पटना में 50 से 60 रुपये में बिक रहे ड्रग्स के इंजेक्शन, गिरोह ने कोचिंग सेंटरों को बनाया निशाना; 3 तस्कर गिरफ्तार

पटना पुलिस ने कंकड़बाग में कोचिंग सेंटरों के बाहर छात्रों को 50–60 रुपये में नशीली इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एक महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.

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Edited By: Km Jaya
Drug Needle India daily
Courtesy: Pinterest

पटना: बिहार में शराबबंदी के बाद नशे का स्वरूप तेजी से बदल रहा है और अब पटना से एक खतरनाक मामला सामने आया है. पटना पुलिस ने कंकड़बाग इलाके में कोचिंग सेंटरों के बाहर छात्रों को नशीली इंजेक्शन की लत लगाने वाले नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है और इनके पास से 151 नशीली सुइयां बरामद की हैं. 

जांच में सामने आया है कि ये तस्कर छात्रों को बेहद कम कीमत पर नशीली सुई बेचकर उन्हें नशे की गिरफ्त में धकेल रहे थे. पुलिस को कई दिनों से जानकारी मिल रही थी कि कंकड़बाग और आसपास के इलाकों में कुछ लोग लगातार छात्रों को नशीली सुई उपलब्ध करा रहे हैं. ये तस्कर कोचिंग सेंटरों के बाहर खड़े रहकर आने-जाने वाले छात्रों को 50 से 60 रुपये में इंजेक्शन बेचते थे. उनके निशाने पर खासकर कोचिंग के छात्रों की भीड़ रहती थी, जहां वे आसानी से अपनी अवैध गतिविधि चला रहे थे. 

कब से हो रही थी इसकी सप्लाई?

सूचना की पुष्टि के बाद 8 दिसंबर को एक विशेष टीम बनाई गई और कंकड़बाग में छापेमारी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में पता चला कि ये तस्कर पिछले छह महीनों से कंकड़बाग और आसपास के क्षेत्रों में नशीले इंजेक्शन की अवैध सप्लाई कर रहे थे. वे कम दाम पर नशा देकर छात्रों को धीरे-धीरे इसकी लत लगाने का काम कर रहे थे. पुलिस के अनुसार, यह नेटवर्क धीरे-धीरे इलाके के कई युवाओं को अपने जाल में फंसा चुका था. 

इसके पीछे कौन लोग हैं शामिल?

नशीली इंजेक्शन के इस्तेमाल से शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ते हैं और इनमें संक्रमण, अंगों के खराब होने और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि आखिर इन नशीली सुइयों की सप्लाई कहां से हो रही थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं. सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री अभिनव ने कहा कि नशीली इंजेक्शन बेहद खतरनाक होते हैं और इनका उपयोग जीवन के लिए जोखिम भरा है. 

पुलिस ने क्या की है अपील?

उन्होंने बताया कि शराबबंदी के बाद राज्य में इंजेक्शन आधारित नशा चिंताजनक गति से बढ़ा है, जिसे रोकने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने छात्रों के माता-पिता से अपील की है कि वे अपने बच्चों पर कड़ी नजर रखें. यदि उन्हें किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या नशे की आदत के संकेत दिखाई दें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें.