कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार (17 अगस्त) को चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि वोट चोरी का आरोप लगाने के बाद सिर्फ उनसे ही हलफनामा क्यों मांगा गया, जबकि भाजपा नेताओं से ऐसी कोई माँग नहीं की गई. ये बात राहुल गांधी ने सासाराम में "मतदाता अधिकार यात्रा" की शुरुआत के दौरान यह मुद्दा उठाया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा, "जब मैंने वोट चोरी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, तो चुनाव आयोग ने मुझसे हलफनामा मांगा था. लेकिन जब कुछ दिन पहले भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो उनसे कोई हलफनामा नहीं मांगा गया. वहीं, चुनाव आयोग कहता है, 'हलफनामा दीजिए कि आपका डेटा सही है.' यह डेटा खुद चुनाव आयोग का है. मुझसे हलफनामा क्यों मांगा जा रहा है?"
देश भर में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव चुराए जा रहे
दरअसल, बिहार के सासाराम में चुनावी राज्य के 20 जिलों से होकर गुजरने वाली अपनी 1,300 किलोमीटर की यात्रा के शुभारंभ अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा पर देश भर में चुनावों में हेरफेर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया, "मैं इस मंच से आपको बता रहा हूं कि देश भर में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव चुराए जा रहे हैं. उनकी नई साजिश बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कराने और यहां भी चुनाव चुराने की है. हम सभी यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आए हैं कि ऐसा न हो.
चुनाव आयोग ने वीडियो सबूत नहीं दिखाए - राहुल गांधी
महाराष्ट्र चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दावा किया कि लगभग एक करोड़ मतदाता उन इलाकों में 'जादुई' तरीके से आ गए , जहां बाद में बीजेपी जीत गई. गांधी ने आगे कहा, "जहाँ भी नए मतदाता आए, भाजपा ने वोट हासिल कर लिए. चुनाव आयोग ने वीडियो सबूत नहीं दिखाए हैं.
कांग्रेस SIR प्रक्रिया का कर रही विरोध
कांग्रेस विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया का विरोध कर रही है और आरोप लगा रही है कि चुनाव आयोग की यह पहल इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को मताधिकार से वंचित कर सकती है. गांधी ने इस प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखने का वादा किया... उन्होंने कहा, "हम चुनाव आयोग और भाजपा द्वारा वोट चुराने की किसी भी कोशिश को पकड़ेंगे और उसका पर्दाफाश करेंगे. देश के संसाधन सिर्फ़ छह उद्योगपतियों के फायदे के लिए खर्च किए जा रहे हैं.