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PK Rally Viral News: प्रशांत किशोर की रैली में बिरयानी की 'खुशबू' ने मचाया बवाल, भाषण छोड़ खाने पर टूट पड़ी भीड़, वायरल हुआ वीडियो

PK Rally Viral News: बिहार के किशनगंज में प्रशांत किशोर की 'बदलाव सभा' में भाषण के दौरान बिरयानी की खुशबू फैलते ही भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई. लोग भाषण छोड़कर खाने पर टूट पड़े, दीवारें फांदकर बिरयानी तक पहुंचे. इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे PK की रैली सुर्खियों में आ गई.

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Edited By: Km Jaya
Biryani Crowd Chaos
Courtesy: Social Media

PK Rally Viral News: बिहार चुनाव 2025 की हलचल के बीच किशनगंज के बहादुरगंज में जनसुराज पार्टी की 'बदलाव सभा' एक अजीब वाकये को लेकर चर्चा में आ गई. पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर लोगों को संबोधित कर रहे थे, लेकिन भाषण के बीच ही सारा ध्यान मंच से हटकर बिरयानी की तरफ चला गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रैली स्थल पर दाल-भात, सब्जी और बिरयानी का इंतज़ाम किया गया था, लेकिन जब बिरयानी की खुशबू फैलनी शुरू हुई, तो सभा में मौजूद भीड़ अचानक खाने की ओर उमड़ पड़ी. PK का भाषण चलता रहा, मगर पंडाल में कुर्सियां खाली होती गईं और खाने के काउंटर पर लंबी कतारें लग गईं.

अफरा-तफरी का माहौल

देखते ही देखते माहौल अफरा-तफरी में बदल गया. लोगों को भाषण से ज्यादा खाने की चिंता थी. सभा का स्वरूप चुनावी रैली से बदलकर जैसे शादी की दावत में तब्दील हो गया. कुछ लोग इतने बेकाबू हो गए कि दीवार पर चढ़कर बिरयानी के लिए लाइन से बचने की कोशिश करने लगे.

दीवार फांदकर पहुंचे लोग 

मौजूद लोगों ने बताया कि बिरयानी सभा स्थल से कुछ दूरी पर बनवाई जा रही थी. जैसे ही सभा समाप्त हुई, लोग सीधे उस स्थान की ओर भागे जहां बिरयानी बन रही थी. दीवार फांदकर लोग उस ओर पहुंचते दिखे और अपनी थाली में बिरयानी भरकर लौटते भी नजर आए.

वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से लोग व्यवस्था को ताक पर रखकर केवल खाने के लिए आपाधापी कर रहे हैं. आयोजकों को भी इस भीड़ को संभालने में परेशानी हुई.

राजनीतिक मंच बदला सामाजिक भोज

जनसुराज पार्टी की इस 'बदलाव सभा' में जो दृश्य सामने आए, उसने राजनीतिक मंच को एक सामाजिक भोज में बदल दिया. भाषण, मुद्दे और बदलाव की बातें पीछे छूट गईं और बिरयानी चर्चा का केंद्र बन गई. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की राजनीति में जनता अब रैलियों में सिर्फ भाषण से नहीं, खान-पान और माहौल से भी प्रभावित होती है.