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India Daily

'नीतीश कुमार अगले CM नहीं बनेंगे...', तेजस्वी ने सीएम पद का फेस बनते ही NDA पर कसा तंज

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने दावा किया कि नीतीश कुमार अगले मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद इसकी पुष्टि की है. तेजस्वी ने एनडीए पर मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भ्रम फैलाने और पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया, जबकि महागठबंधन ने एकजुटता का संदेश दिया.

Bihar Elections 2025
Courtesy: X/@yadavtejashwi

Bihar Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर विपक्षी गठबंधन महागठबंधन की रणनीति साफ होती जा रही है. गठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे बीच एकता है और आगे बढ़े हैं.  उन्होंने यह याद दिलाया कि गठबंधन में 243 सीटों पर चुनाव लड़ना है और 5–10 सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ हो सकती है. 

तेजस्वी यादव का दावा

आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के नाम मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में अपनी गारंटी के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत जी ने सही कहा है कि आज हम संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए हैं. हालांकि एनडीए के द्वारा अभी तक कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की गई, न ही मुख्यमंत्री चेहरे की पुष्टि हुई है. हम बहुत समय से कह रहे हैं कि नीतीश कुमार अगले मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. यह पुष्टि खुद अमित शाह ने की है.

उनका यह भी कहना था कि विपक्ष की ओर से स्पष्ट-संदेश है कि अगर जनता महागठबंधन को जनादेश देती है तो इस बदलाव को कार्यान्वित करेंगे. उन्होंने यह दावा भी दोहराया कि एनडीए में मुख्यमंत्री चेहरे पर किसी प्रकार की पारदर्शिता नहीं है.

एनडीए पर निशाना और गठबंधन की चुनौती

तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी पर एनडीए गठबंधन ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि यह राजनीतिक बयानबाजी है और गठबंधन की अंदरूनी रणनीति सार्वजनिक नहीं हो सकती. एनडीए ने इस पर कटाक्ष भी किया कि विपक्ष में अभी तक सीट-बांट तथा गठबंधन निर्माण की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई. इसके साथ ही भाजपा की ओर से महागठबंधन की एकता पर सवाल उठाए जा रहे हैं. महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद यह स्पष्ट हुआ है कि गठबंधन ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में प्रस्तुत किया है. लेकिन अभी तक सीट-बांट के विवरण तथा मॉडल ऑफ गवर्नेंस सार्वजनिक नहीं हुए हैं.

कैसे आगे?

  1. अब देखने वाली बात होगी कि एनडीए अपनी मुख्यमंत्री प्रत्याशी को घोषित करती है या नहीं. 
  2. महागठबंधन को भी यह चुनौती है कि सीट-बांट की गुट-विरोध को कम करे और अपनी बात को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाए.
  3. तेजस्वी यादव के दावे को जनता किस प्रकार लेती है, और मूलभूत मुद्दों (बेरोज़गारी, विकास, शिक्षा) पर किस गठबंधन का भरोसा ज्यादा बनता है, यह आगामी दिनों में तय होगा. 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की राजनीति में अभी स्पष्टता कम और दावे अधिक दिख रहे हैं. तेजस्वी यादव द्वारा नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री न बनने के दावे ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है. वहीं, जनता इस चुनाव में सिर्फ चेहरे नहीं बल्कि उसके पीछे की तैयारी और भरोसे को भी आंकने लगी है.