Bihar Chunav First Phase Polling: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का शंखनाद हो चुका है. पहले चरण की 121 सीटों पर राजनीतिक अखाड़ा पूरी तरह सज चुका है. नामांकन प्रक्रिया के बाद मुकाबले की तस्वीर अब साफ हो गई है और हर सीट पर सियासी गर्मी अपने चरम पर है. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण में दाखिल 315 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं, जबकि 61 उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया है. अब कुल 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं.
इन सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला जनता 6 नवंबर 2025 को करेगी और 14 नवंबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे. नामांकन प्रक्रिया के बाद यह साफ हो गया है कि मुजफ्फरपुर और कुढ़नी सीट पर सबसे ज्यादा 20-20 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं, भोरे, अलौली और परबत्ता सीट पर सबसे कम 5-5 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. राजधानी पटना की 14 विधानसभा सीटों पर कुल 149 उम्मीदवार हैं, जिनमें पालीगंज विधानसभा में सबसे ज्यादा 14 प्रत्याशी हैं.
इस बार बिहार का चुनावी रण सिर्फ एनडीए और महागठबंधन तक सीमित नहीं है. प्रशांत किशोर की पार्टी ‘जन सुराज’ ने कई सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. इसके अलावा तेज प्रताप यादव की पार्टी और मायावती की बसपा के उम्मीदवार भी कई सीटों पर मुकाबले को और दिलचस्प बना रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पहले चरण के नतीजे ही तय करेंगे कि राज्य की सत्ता की बागडोर किसके हाथ में जाएगी.
पहले फेज में आरजेडी और जेडीयू के लिए यह चुनाव बेहद अहम है. महागठबंधन की ओर से आरजेडी 71 सीटों पर मैदान में है, जबकि एनडीए की ओर से जेडीयू 75 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. एनडीए में बीजेपी 48 सीटों, लोजपा-रामविलास 14 सीटों, आरएलएम (उपेंद्र कुशवाहा) 2 सीटों और हम (जीतनराम मांझी) 1 सीट पर लड़ रही है. वहीं, महागठबंधन में कांग्रेस 25 सीटों, सीपीआई-माले 14, वीआईपी और सीपीआई 6-6, सीपीएम 3 और आईआईपी 2 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं.
पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा, जब 121 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हैं कि इस चरण के नतीजे ही आगामी चरणों की राजनीतिक दिशा और रणनीति तय करेंगे. बिहार की जनता अब यह तय करेगी कि क्या एनडीए एक बार फिर सत्ता में वापसी करेगी, या महागठबंधन अपने वोट बैंक को फिर से मजबूत कर पाएगा. वहीं, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी क्या तीसरे विकल्प के रूप में जगह बना पाएगी — यह देखना बेहद दिलचस्प होगा.