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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान को चाचा ने दिया तगड़ा झटका, 18 बड़े नेता पशुपति पारस की पार्टी में हुए शामिल

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को बड़ा झटका लगा है. खगड़िया जिले में पार्टी के कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान का साथ छोड़कर उनके चाचा पशुपति पारस की रालोजपा का दामन थाम लिया है.

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Edited By: Garima Singh
Bihar assembly elections
Courtesy: x

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को बड़ा झटका लगा है. खगड़िया जिले में पार्टी के कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान का साथ छोड़कर उनके चाचा पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) का दामन थाम लिया है. हाल ही में खगड़िया जिले में लोजपा (रामविलास) में बड़ी टूट देखने को मिली. जिला अध्यक्ष शिवराज यादव, प्रदेश महासचिव रतन पासवान, युवा जिला अध्यक्ष सुजीत पासवान सहित 38 प्रमुख नेताओं ने एक साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

इसके बाद, लगभग 100 कार्यकर्ताओं ने रालोजपा की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस, प्रदेश महासचिव, राष्ट्रीय प्रवक्ता सरवन अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. शिवराज यादव ने बताया, "सभी सात प्रखंड अध्यक्षों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हमने चिराग पासवान को एक खुला पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने की कोशिश की, लेकिन हमारी बात उन तक नहीं पहुंच पाई."

सांसद राजेश वर्मा पर गंभीर आरोप

इस्तीफे का मुख्य कारण सांसद राजेश वर्मा का कार्यकर्ताओं के प्रति व्यवहार बताया जा रहा है. शिवराज यादव ने राजेश वर्मा पर आरोप लगाया कि वे कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और गाली-गलौज तक करते हैं. हमें कहा जाता है, 'आपकी औकात कौड़ी भर की नहीं है. जब चाहूंगा, आपको पार्टी से बाहर निकाल दूंगा.'" उन्होंने आगे कहा कि जब नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश की, तो उनकी बात नहीं सुनी गई. नतीजतन, नेताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया.

कार्यकर्ताओं की नाराजगी 

प्रदेश महासचिव रतन पासवान ने कहा, "पिछले दो महीनों से सांसद का व्यवहार कार्यकर्ताओं के लिए अनुकूल नहीं रहा है. हमने 20 साल तक अपनी पार्टी की सेवा की, दिन-रात उसके लिए काम किए, लेकिन अब खगड़िया में पार्टी का अस्तित्व खतरे में है." उन्होंने यह भी बताया कि कार्यकर्ताओं को बार-बार शो-कॉज नोटिस भेजे गए, जो उनकी मेहनत का अपमान है. बुधवार को शिवराज यादव को जिला अध्यक्ष के पद से हटाकर मनीष कुमार को नया जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया. इस नियुक्ति को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कहीं यह विवाद की जड़ तो नहीं.

पशुपति पारस की रणनीति

पशुपति पारस ने इस अवसर का फायदा उठाते हुए खगड़िया में अपनी पार्टी की स्थिति मजबूत की है. रालोजपा में शामिल होने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में एक नई ताकत बनकर उभरेगी.