menu-icon
India Daily

पति पर था अवैध संबंध का शक, पत्नी ने दे डाली सुपारी; किलर को हुई गलतफहमी और चली गई बेकसूर की जान

अररिया में शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या का मामला गलत पहचान से जुड़ा निकला. पति के कथित अवैध संबंधों के शक में एक महिला ने दूसरी शिक्षिका को मारने के लिए सुपारी दी लेकिन गलती से शिवानी की हत्या हो गई.

auth-image
Edited By: Km Jaya
Shivani Verma Murder Case India daily
Courtesy: x

अररिया: नरपतगंज में शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा की हत्या के मामले का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. यह पूरा मामला गलत पहचान और गलतफहमी से हुई एक भयावह हत्या का है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपियों में साजिश रचने वाली महिला हुस्न आरा और दो सुपारी किलर मो. मारूफ और मो. सोहेल शामिल हैं. 

पुलिस के अनुसार यह हत्या एक 'टारगेट मिस' का मामला है जिसमें असली निशाने की जगह गलती से शिवानी की जान ले ली गई. पुलिस जांच में सामने आया कि हुस्न आरा को शक था कि उसके पति मो. साकिर का स्कूल की एक अन्य महिला शिक्षिका से अवैध संबंध है. इसी शक में उसने राजा और छोटू के साथ मिलकर उस महिला शिक्षिका को रास्ते से हटाने की योजना बनाई.

कैसे हुई हत्या?

योजना को अंजाम देने के लिए उसने 3 लाख रुपये में सुपारी दिलवाई. सुपारी किलर मारूफ और सोहेल को लक्षित महिला शिक्षिका की पहचान, स्कूटी और आने-जाने के रास्ते की जानकारी दी गई थी. घटना वाले दिन लक्षित महिला शिक्षिका छुट्टी पर थी. शिवानी वर्मा और वह महिला दोनों एक ही रास्ते से चलती थीं और लगभग एक जैसी स्कूटी का इस्तेमाल करती थीं. इसी कारण सुपारी किलरों ने शिवानी को ही निशाना समझ लिया.

एसपी अंजनी कुमार ने क्या बताया?

3 दिसंबर को सुबह करीब 8:30 बजे जब शिवानी अपनी स्कूटी से स्कूल जा रही थीं तभी कन्हैली शिव मंदिर के पास सोहेल ने उन्हें रोका और पीछे से गर्दन में गोली मार दी. गोली लगने से शिवानी की मौके पर ही मौत हो गई. एसपी अंजनी कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि घटना के बाद आरोपी फरार हो गए थे लेकिन एसआईटी ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी जांच और सूचना संकलन के आधार पर उनकी पहचान की. 

क्या-क्या हुआ बरामद?

गिरफ्तार आरोपियों से एक देसी कट्टा, घटना में इस्तेमाल बाइक, कपड़े और जूते बरामद किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है. एसपी ने फारबिसगंज के एक पूर्व मुखिया की संदिग्ध भूमिका पर भी शक जताया है जो सुपारी किलरों को संरक्षण देने के आरोप में जांच के दायरे में है.