पेरिस ओलंपिक में इतिहास बना है. USA के स्प्रिंटर नोह लाइल्स ने 100 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीता. नोह लाइल्स ने 9.79 का समय निकाला. अमेरिका को 20 साल के बाद ओलंपिक में गोल्ड मेडल मिला है. 2004 के एथेंस ओलिंपिक में अमेरिका के जस्टिन गैटलिन ने इस कैटेगरी का गोल्ड जीता था. पेरिस के स्टेड डी फ्रांस में 100 मीटर रेस का फाइनल काफी रोमांचक रहा. जमैका के किशाने थॉम्पसन को सिल्वर मेडल मिला, वहीं, अमेरिका के ही फ्रेड केर्ली ने कांस्य पदक जीता.
100 मीटर रेस काफी कड़ा रहा. नोआ लाइल्स ने 9.784 सेकंड में रेस पूरी की. यह उनका पर्सनल बेस्ट भी है. थॉम्पसन 9.789 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे. दोनों के बीच मात्र 0.005 सेकेंड का अंतर रहा. इस रेस के ओलंपिक के इतिहास का सबसे कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है. 23 साल के थॉम्पसन इस समय दुनिया के सबसे तेज रेसर में शामिल हैं.
पुरुषों की 100 मीटर फाइनल का रिजल्ट
गोल्ड: नोआ लाइल्स (यूएसए) - 9.784s
सिल्वर: किशन थॉम्पसन (जमैका) - 9.789s
ब्रॉन्ज: फ्रेड केर्ली (यूएसए) - 9.810s
18 जुलाई, 1997 को जन्मे लाइल्स को धावक बनने की प्रेरणा लंदन में 2012 ओलंपिक देखने से मिली. उनके पिता केविन लाइल्स भी एक पूर्व अमेरिकी धावक हैं. 27 वर्षीय लाइल्स ने 2014 के युवा ओलंपिक खेलों में संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व किया और पिछले कुछ वर्षों में कई स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीता और जीत हासिल की. लाइल्स 2016 में रियो ओलंपिक क्वालीफिकेशन से चूक गए थे, लेकिन विश्व अंडर 20 चैंपियनशिप में दोहरे स्वर्ण पदक विजेता थे. 2017 में यूएसए इंडोर ट्रैक एंड फील्ड चैंपियनशिप के दौरान लाइल्स ने 300 मीटर दौड़ में अपना पहला सीनियर खिताब जीता था. उन्होंने कतर में 2019 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 200 मीटर और 4x100 मीटर दौड़ में भी स्वर्ण पदक जीता. बुडापेस्ट में 2023 विश्व एथलेटिक्स में उन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता.