नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध इस समय अपने सबसे निचले स्तर पर हैं. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है. इसका असर क्रिकेट जगत पर भी साफ तौर पर देखा जा सकता है. हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स के दो मैच रद्द कर दिए गए, जबकि एशिया कप में भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच तीन मुकाबले हुए हों, खिलाड़ियों के बीच माहौल बिल्कुल भी सौहार्दपूर्ण नहीं था. ‘नो-हैंडशेक’ विवाद और एसीसी प्रमुख मोहसिन नकवी द्वारा भारत की एशिया कप ट्रॉफी लेकर स्थल छोड़ देने की घटना ने विवाद को और गहरा दिया.
'मुझे क्रिकेट में राजनीति पसंद नहीं'- अकरम
इस बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को सख्त संदेश दिया है. अकरम ने कहा कि क्रिकेट को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए, और यह कि हर देश के खिलाड़ी को किसी भी टी20 लीग में खेलने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता है तो भारत-पाकिस्तान के बीच वर्षों से चली आ रही कड़वाहट को कम किया जा सकता है.
अकरम ने कहा, 'मुझे माफ करना, लेकिन मुझे क्रिकेट में राजनीति पसंद नहीं है. खेलों को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए. हर देश के खिलाड़ियों को लीग क्रिकेट में मौका मिलना चाहिए. हिम्मत दिखाओ, बड़ा सोचो. लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है. यहीं पर आईसीसी और क्रिकेट बोर्ड को दखल देना चाहिए. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि लीग कौन चलाता है या टीमों का मालिक कौन है, हर देश के खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलना चाहिए.'
पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल से कर दिया बाहर
गौरतलब है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी IPL में शुरूआती सीजन में हिस्सा ले चुके हैं. 2008 में हुए पहले संस्करण में शोएब अख्तर कोलकाता नाइट राइडर्स से और कामरान अकमल राजस्थान रॉयल्स से खेले थे. वहीं, सोहैल तनवीर ने उस सीजन में 22 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज का खिताब अपने नाम किया था. लेकिन 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल से बाहर कर दिया. तब से लेकर अब तक किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी को आईपीएल में खेलने की अनुमति नहीं मिली है.
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज भी पिछले एक दशक से अधिक समय से ठप है. आखिरी टेस्ट सीरीज 2007 में और आखिरी वनडे सीरीज 2012/13 में खेली गई थी. वर्तमान में दोनों टीमें सिर्फ ICC या ACC टूर्नामेंटों में ही एक-दूसरे के आमने-सामने होती हैं. वसीम अकरम का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक तनाव चरम पर है. उनके अनुसार, यदि खेल को राजनीति से अलग रखा जाए तो क्रिकेट एक बार फिर दोनों देशों के बीच दोस्ती का पुल बन सकता है.