संन्यास नहीं बल्कि दोबारा से भारत के टेस्ट कप्तान बनना चाहते थे विराट कोहली! रवि शास्त्री ने किया चौंकाने वाला खुलासा
Virat Kohli: विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी. हालांकि, रवि शास्त्री का कहना है कि कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं लेना चाहते थे और वे दोबारा से भारत की कप्तानी करना चाहते थे.

Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा ने हर किसी को हैरान किया लेकिन उससे भी बड़ा खुलासा पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने किया. शास्त्री ने बताया कि कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं लेना चाहते थे बल्कि वह दोबारा भारत के टेस्ट कप्तान बनना चाहते थे.
विराट कोहली ने पिछले चार सालों में कई बड़े फैसले लिए लेकिन 2022 में टेस्ट कप्तानी छोड़ने का उनका निर्णय सबसे कठिन था. कई लोगों का मानना था कि कोहली का टेस्ट क्रिकेट में अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी था.
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद कप्तानी की इच्छा
इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत के खराब प्रदर्शन के बाद खबरें आईं कि कोहली दोबारा टेस्ट कप्तान बनना चाहते थे. रवि शास्त्री ने अब इस बात का खुलासा किया है. शास्त्री ने सोनी लिव के एक वीडियो में कहा, "अगर मेरे हाथ में होता, तो मैं ऑस्ट्रेलिया दौरे के तुरंत बाद कोहली को फिर से कप्तान बना देता." उन्होंने यह भी बताया कि कोहली ने अस्थायी कप्तान बनने की इच्छा जताई थी, लेकिन अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति ने दीर्घकालिक कप्तान की तलाश में शुभमन गिल को यह जिम्मेदारी सौंपी.
कोहली का शानदार टेस्ट करियर
विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट से संन्यास की घोषणा कर दी है. उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक शामिल हैं. संन्यास की घोषणा इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा से ठीक पहले हुई थी. हाल के समय में कोहली का बल्ला न्यूजीलैंड (घरेलू) और ऑस्ट्रेलिया (विदेशी) सीरीज में खामोश रहा, जिसके बाद संन्यास की अटकलें तेज हो गई थीं.
शास्त्री ने की कोहली की तारीफ
रवि शास्त्री ने कोहली के संन्यास पर दुख जताते हुए उनकी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, "विराट का संन्यास दुखद है. वह एक महान खिलाड़ी हैं. जब कोई इतना बड़ा खिलाड़ी जाता है, तभी उसकी असली कद्र होती है. आंकड़े उनके साथ न्याय नहीं करते. कोहली ने टेस्ट क्रिकेट के लिए जो किया, खासकर विदेशों में, वह कमाल का है. लॉर्ड्स में उनकी बल्लेबाजी और टीम को जीत दिलाने का तरीका अविश्वसनीय था. मुझे गर्व है कि मैं उसका हिस्सा था."
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