Vijay Mallya Reaction: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने 3 जून 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर आईपीएल 2025 का खिताब जीत लिया. 18 साल के लंबे इंतजार के बाद यह पहली बार था जब आरसीबी ने ट्रॉफी अपने नाम की. इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल फैंस को खुशी से झुमा दिया, बल्कि टीम के फाउंडर और पूर्व मालिक विजय माल्या को भी भावुक कर दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक खास पोस्ट साझा कर अपने दिल की बात कही.
विजय माल्या ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'जब मैंने आरसीबी की स्थापना की, मेरा सपना था कि आईपीएल ट्रॉफी बेंगलुरु पहुंचे. मुझे युवा विराट कोहली को चुनने का सौभाग्य मिला, और यह कमाल है कि वह 18 साल तक आरसीबी के साथ रहे. क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स जैसे दिग्गजों को चुनना भी मेरे लिए सम्मान की बात थी. आखिरकार, ट्रॉफी बेंगलुरु पहुंची. बधाई और धन्यवाद उन सभी को, जिन्होंने मेरा सपना सच किया. आरसीबी के फैंस बेस्ट हैं, वे इस ट्रॉफी के हकदार हैं. ई साला कप बेंगलुरु बरुते!' माल्या की इस पोस्ट ने प्रशंसकों के दिलों को छू लिया, खासकर कन्नड़ स्लोगन 'ई साला कप नामदे' के साथ.
विजय माल्या के बेटे सिद्धार्थ माल्या ने भी इस जीत पर अपनी भावनाएं जाहिर कीं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर फाइनल के आखिरी पल का वीडियो शेयर किया, जिसमें शशांक सिंह की आखिरी गेंद पर छक्के के बाद भी पंजाब की हार और विराट कोहली का भावुक होना दिखा. सिद्धार्थ ने लिखा, '18 साल बाद ट्रॉफी जीती. मैं नहीं जानता कि क्या कहूं.' इस पोस्ट पर फैंस ने खूब प्रतिक्रियाएं दीं, कई ने कहा कि माल्या परिवार की बनाई नींव आखिरकार मुकाम तक पहुंची.
RCB are IPL Champions finally after 18 years. Superb campaign right through the 2025 tournament. A well balanced team Playing Bold with outstanding coaching and support staff. Many congratulations ! Ee sala cup namde !!
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) June 3, 2025
आईपीएल 2025 का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. आरसीबी ने विराट कोहली (43 रन) की बदौलत 190/9 का स्कोर बनाया. आरसीबी की इस जीत ने फैंस में उत्साह की लहर दौड़ा दी. सोशल मीडिया पर #EeSalaCupNamde ट्रेंड करने लगा. विजय माल्या की पोस्ट ने पुरानी यादें ताजा कर दीं, क्योंकि 2008 में उन्होंने ही इस फ्रेंचाइजी की नींव रखी थी. यह जीत न केवल खिलाड़ियों, बल्कि माल्या और उनके बेटे के लिए भी एक सपने के सच होने जैसी थी.