वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने पहले ही आईपीएल और वनडे सीरीज़ में धमाल मचा दिया था, अब यूथ टेस्ट में भी चमक बिखेर रहे हैं. भारत और इंग्लैंड अंडर-19 के बीच चल रहे टेस्ट मैच में उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन करते हुए सबका ध्यान खींचा है. 14 साल की उम्र में ऐसा प्रदर्शन किसी चमत्कार से कम नहीं है.
पहली पारी में बल्ले से ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाने के बावजूद, सूर्यवंशी ने गेंद से इतिहास रच दिया. उन्होंने 14 साल और 107 दिन की उम्र में यूथ टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान हम्ज़ा शेख को 84 रनों पर आउट कर यह उपलब्धि हासिल की. इसके बाद उन्होंने थॉमस रियू को भी 34 रन पर पवेलियन भेजा. उनकी गेंदबाज़ी का आंकड़ा 12 ओवर में 35 रन देकर 2 विकेट रहा. इस प्रयास ने भारत को पहली पारी में 101 रन की अहम बढ़त दिलाई.
पहली पारी में 13 गेंदों में सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हुए वैभव ने दूसरी पारी में अपना असली रंग दिखाया. उन्होंने सिर्फ 44 गेंदों में 56 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 1 छक्का शामिल था. उन्होंने 39 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और दिखा दिया कि एक असफल पारी उन्हें पीछे नहीं रोक सकती. हालांकि, उन्हें इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के बेटे, आर्ची वॉन ने आउट किया, लेकिन तब तक वे टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचा चुके थे.
यूथ टेस्ट से पहले भी वैभव सूर्यवंशी अपने बल्ले से क्रिकेट की दुनिया में हलचल मचा चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ यूथ वनडे सीरीज़ में उन्होंने 355 रन बनाए थे और चौथे वनडे में 143 रनों की तूफानी पारी खेली थी. उनकी वजह से भारत ने 3-2 से सीरीज़ जीती थी. इसके अलावा, आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 38 गेंदों में 101 रन बनाए थे. वह मैच शुबमन गिल की कप्तानी वाली टीम के खिलाफ था, और जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला गया था.
14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी का ये प्रदर्शन बताता है कि भविष्य में भारतीय क्रिकेट को एक नया सुपरस्टार मिल सकता है. उनकी बल्लेबाज़ी की आक्रामक शैली और गेंदबाज़ी में आत्मविश्वास उन्हें अपने समकक्ष खिलाड़ियों से बहुत आगे खड़ा करता है. चाहे वह इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ हो या बड़े टूर्नामेंटों में, सूर्यवंशी हर जगह खुद को साबित कर रहे हैं.