गौतम गंभीर और मनोज तिवारी के बीच विवाद 2015 में शुरू हुआ था, जब रणजी ट्रॉफी के दौरान दिल्ली और बंगाल के बीच अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मैच में दोनों खिलाड़ी आपस में भिड़ गए थे. दोनों पूर्व भारतीय और कोलकाता नाइट राइडर्स के साथी खिलाड़ियों के बीच मैदान पर तीखी झड़प हुई, जिसमें उन्होंने एक-दूसरे पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं. तभी से गंभीर और तिवारी के रिश्ते में खटास आ गई, जो अब तक बनी हुई है.
हाल ही में, मनोज तिवारी ने गंभीर की आलोचना करते हुए उनके कोचिंग स्टाइल, स्वभाव और 2015 की घटना को याद किया. उन्होंने यह भी बताया कि उस वक्त गंभीर ने उन्हें धमकी दी थी. तिवारी ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि गंभीर ने न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के लिए भी आपत्तिजनक बातें कही थीं.
तिवारी, जो गांगुली के करीबी माने जाते हैं, ने बताया, "जब गंभीर मुझे गालियां दे रहे थे, तो उन्होंने सौरव गांगुली पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा,गांगुली तो अपनी पहुंच का इस्तेमाल करके यहां तक आ गया. तू भी उसके पीछे-पीछे आ गया. जब मैंने यह बात दादा को बताई, तो उन्होंने बेहद शांत स्वभाव में कहा, 'ठीक है.' मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं उन्हें यह बात बताऊं."
तिवारी ने यह भी कहा कि गंभीर के शब्दों ने उन्हें बेहद आहत किया. उन्होंने कहा, "मैंने कभी किसी खिलाड़ी को इस तरह की गालियां देते नहीं सुना. अगर कोई आपकी मां को गाली दे, तो उसे चुपचाप सहन नहीं किया जा सकता. मैंने गंभीर से पूछा, 'गौति भाई, आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं?' इस पर उन्होंने कहा, 'शाम को मिल, तुझे पीट दूंगा. मैंने जवाब दिया, 'क्यों शाम को? अभी कर लेते हैं.' ऐसी भाषा का सामना मैंने पहले कभी नहीं किया."
बता दें कि इससे पहले भी तिवारी गंभीर की आलोचना कर चुके हैं और इसको लेकर भी वे चर्चा का विषय बने रहे थे. इसके अलावा भी मनोज कई बार ऐसी प्रतिक्रिया दे चुके हैं, जिसकी वजह से उनके बारे में चर्चा होती है.