क्रिकेट की दुनिया में एक बार फिर फिक्सिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है. श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी सचिथ्रा सेनानायके पर मैच फिक्सिंग के गंभीर आरोप लगे हैं. श्रीलंका के हंबनटोटा हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. यह मामला 2020 में हंबनटोटा में हुए लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) के दौरान का है, जहां सेनानायके पर एक साथी खिलाड़ी को फिक्सिंग के लिए लुभाने का आरोप है.
हंबनटोटा हाई कोर्ट के अनुसार, नवंबर 2020 में लंका प्रीमियर लीग के दौरान सचिथ्रा सेनानायके ने कोलंबो किंग्स के खिलाड़ी थरिंदु रत्नायके को फिक्सिंग के लिए उकसाने की कोशिश की. आरोप है कि सेनानायके ने रत्नायके को मैच का परिणाम प्रभावित करने का प्रस्ताव दिया और उन्हें इसकी शिकायत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की भ्रष्टाचार रोधी इकाई से न करने के लिए कहा. श्रीलंका के अटॉर्नी जनरल डिपार्टमेंट ने इसे देश के नए भ्रष्टाचार रोधी कानून के तहत पहला बड़ा मामला बताया है.
40 वर्षीय सचिथ्रा सेनानायके श्रीलंका के लिए एक टेस्ट, 49 वनडे और 24 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं. इस दौरान उन्होंने कुल 78 विकेट लिए. वह 2014 में टी20 विश्व कप जीतने वाली श्रीलंका टीम का हिस्सा भी थे. इसके अलावा, सेनानायके ने 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए 8 मैच खेले थे. उनकी ऑफ-स्पिन गेंदबाजी ने उन्हें क्रिकेट जगत में पहचान दिलाई थी.
श्रीलंका के एक अखबार ‘डेली मिरर’ के अनुसार, सेनानायके ने 2020 में एलपीएल के दौरान दुबई से फोन के जरिए दो अन्य क्रिकेटरों से भी संपर्क किया था. आरोप है कि उन्होंने इन खिलाड़ियों को भी फिक्सिंग के लिए राजी करने की कोशिश की. यह खुलासा मामले को और गंभीर बनाता है.
2023 में सेनानायके को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. यह पहली बार है जब श्रीलंका के किसी राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर पर नए भ्रष्टाचार रोधी कानून के तहत मुकदमा चलाया जा रहा है. इस मामले ने क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर दिया है, क्योंकि सेनानायके जैसे अनुभवी खिलाड़ी से ऐसी उम्मीद नहीं थी.