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बेंगलुरु भगदड़ में जान गंवाने वाले 11 लोगों को RCB देगी 10-10 लाख रूपए, फ्रेंचाइजी ने किया ऐलान

Bengaluru Stempede: बेंगलुरु की विक्ट्री परेड में जान गंवाने वाले 11 लोगों को बेंगलुरु की फ्रेंचाइजी को 10-10 लाख रूपए देने का ऐलान कर दिया है.

Bengaluru Stempede
Courtesy: Social Media

Bengaluru Stempede: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने बेंगलुरु में हुई एक दुखद भगदड़ में जान गंवाने वाले 11 लोगों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है. इसके साथ ही, फ्रेंचाइजी ने घायलों के लिए एक विशेष सहायता कोष 'आरसीबी केयर्स' शुरू करने का भी ऐलान किया है. यह घटना बुधवार, 4 जून 2025 को हुई, जिसने पूरे आरसीबी समुदाय को झकझोर कर रख दिया.

बेंगलुरु में हुई इस दुखद घटना ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि आरसीबी के प्रशंसकों और खिलाड़ियों को भी गहरे सदमे में डाल दिया. इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए. इस त्रासदी ने सभी के दिलों को दुख से भर दिया. आरसीबी ने इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हुए उनकी मदद के लिए कदम उठाया है.

पीड़ित परिवारों को 10 लाख की सहायता

आरसीबी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "बेंगलुरु में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने हमें गहरा दुख पहुंचाया है. हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं. उनके प्रति सम्मान और एकजुटता दिखाने के लिए, हम मृतकों के 11 परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देंगे." यह कदम न केवल पीड़ितों के प्रति फ्रेंचाइजी की संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि उनके सामाजिक दायित्व को भी उजागर करता है.

'आरसीबी केयर्स' कोष की शुरुआत

इसके अलावा, आरसीबी ने घायलों के लिए 'आरसीबी केयर्स' नाम से एक विशेष कोष बनाने की घोषणा की है. इस कोष के जरिए हादसे में घायल हुए लोगों की मदद की जाएगी. फ्रेंचाइजी ने कहा, "हमारे प्रशंसक हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं. हम इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं और उनकी हर संभव मदद करेंगे." यह पहल आरसीबी के प्रशंसकों के प्रति उनके प्रेम और समर्पण को दर्शाती है.

प्रशंसकों के साथ मजबूत रिश्ता

आरसीबी ने हमेशा अपने प्रशंसकों को अपने परिवार का हिस्सा माना है. इस मुश्किल समय में फ्रेंचाइजी का यह कदम उनके प्रशंसकों के प्रति उनकी जिम्मेदारी को और मजबूत करता है. बयान में कहा गया, "हमारे प्रशंसक हमारे हर काम के केंद्र में हैं. इस त्रासदी में हम एक साथ दुखी हैं और एक-दूसरे का साथ देंगे."

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