Cheteshwar Pujara Retirement: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेनेका ऐलान किया. जिसके बाद क्रिकेट जगत में उनकी उपलब्धियों की चर्चा जोरों पर है. इस मौके पर महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने पुजारा की शानदार उपलब्धियों की जमकर सराहना की. पुजारा, जो लगभग एक दशक तक भारतीय टेस्ट बल्लेबाजी की रीढ़ रहे, ने अपने करियर में कई यादगार प्रदर्शन किए, जिनमें 2018-19 की ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत शामिल है.
चेतेश्वर पुजारा ने अपने 12 साल के टेस्ट करियर में 103 मैच खेले और 43.60 की औसत से 7,195 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 19 शतक और कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं. उनकी तकनीक, धैर्य और दबाव में संयम ने उन्हें भारतीय टेस्ट क्रिकेट का एक मजबूत स्तंभ बनाया. पुजारा ने आखिरी बार 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
Pujara, it was always reassuring to see you walk out at No.3.
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) August 24, 2025
You brought calm, courage, and a deep love for Test cricket every time you played.
Your solid technique, patience, and composure under pressure have been a pillar for the team. Out of many, the 2018 series win in… pic.twitter.com/p0mWKfD9zm
सचिन तेंदुलकर ने लिखा इमोशनल नोट
पुजारा का सबसे यादगार प्रदर्शन 2018-19 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में देखने को मिला. इस सीरीज में उन्होंने सात पारियों में 521 रन बनाए, जिसने भारत को ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सचिन तेंदुलकर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इस उपलब्धि को विशेष रूप से रेखांकित किया. उन्होंने लिखा, "पुजारा, आपको तीसरे नंबर पर खेलते देखना हमेशा सुकून देने वाला होता था. आप हर बार खेलते हुए शांति, साहस और टेस्ट क्रिकेट के प्रति गहरा प्रेम लेकर आते थे." सचिन ने आगे कहा, "आपकी मजबूत तकनीक, धैर्य और दबाव में संयम टीम के लिए एक मजबूत स्तंभ रहे हैं. कई उपलब्धियों में से, ऑस्ट्रेलिया में 2018 की सीरीज जीत सबसे खास है. यह आपके अविश्वसनीय लचीलेपन और मैच जिताऊ रनों के बिना संभव नहीं हो पाती. शानदार करियर के लिए बधाई. अगले अध्याय के लिए शुभकामनाएं. अपनी दूसरी पारी का आनंद लें!"
गाबा में पुजारा की शानदार पारी
पुजारा की गाबा टेस्ट जीत में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में भारत की ऐतिहासिक जीत में पुजारा गुमनाम नायक रहे. पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाजों के सामने उन्होंने अपने शरीर और हेलमेट पर कई प्रहार सहे, लेकिन डटकर मुकाबला किया. उनकी 211 गेंदों पर 56 रनों की पारी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थका दिया, जिससे शुभमन गिल और ऋषभ पंत को आक्रामक बल्लेबाजी करने का मौका मिला. इस पारी ने भारत को 2-1 से सीरीज जीतने में मदद की.