World Chess Championship: डी. गुकेश ने 18 साल की उम्र में विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतकर भारतीय शतरंज का मान बढ़ाया. उन्होंने फाइनल में डिंग लिरेन को 7.5 अंकों के साथ हराया, जबकि चीनी ग्रैंड मास्टर के खाते में 6.5 अंक थे. इस जीत के साथ, गुकेश ने विश्व चैंपियन बनने के अपने लक्ष्य को हासिल किया और भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की. लेकिन अब कहा जा रहा है कि शतरंज का फिक्स हुआ गया था.
Russian Chess Federation के अध्यक्ष एंड्री फिलातेव ने डिंग लिरेन की डी. गुकेश से हार पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि चीनी ग्रैंडमास्टर दिंग लीरेन ने जानबूझकर विश्व शतरंज चैंपियनशिप के फाइनल में हार मानी. फिलातेव ने इस मामले की जांच के लिए शतरंज की global organization FIDE से अनुरोध किया है.
The President of the Chess Federation of Russia🇷🇺, FIDE honorary member Andrei Filatov, accuses Ding Liren🇨🇳 of losing on purpose, and asks @FIDE_chess to start an investigation:@FIDE_chess @tassagency_en https://t.co/mPpSjwj2xK pic.twitter.com/SANqHdhVEI
— Peter Heine Nielsen (@PHChess) December 12, 2024
फिलातेव ने कहा, 'इस मैच का रिजल्ट शतरंज के पेशेवरों और फैंस को चौंका देने वाला था. डिंग लिरेन की खेल की शैली में जो असामान्य व्यवहार दिखा, वह बहुत संदिग्ध था और इस पर FIDE को खास जांच करनी चाहिए.' उन्होंने यह भी कहा किडिंग लिरेन ने जिस स्थिति में गलती की, वह एक हाई कैटेगरी के खिलाड़ी के लिए भी कठिन था.
रूस की समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, डिंग लिरेन ने मैच के 55वें चाल पर गंभीर गलती की, जिससे गुकेश को अंत में पॉन एंडिंग में बढ़त मिल गई. फिलातेव ने सीधे तौर पर डिंग लिरेन पर जानबूझकर हारने का आरोप लगाया है और FIDE से इस मैच की आधिकारिक जांच करने की मांग की है.
गुकेश अब भारत के दूसरे विश्व चैंपियन बन गए हैं, जो पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद के बाद इस प्रतिष्ठित खिताब को जीतने में सफल हुए हैं. नए विश्व शतरंज चैंपियन के रूप में, गुकेश को 2.5 मिलियन डॉलर की पुरस्कार राशि में से 1.3 मिलियन डॉलर प्राप्त होंगे.