नई दिल्ली: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच सिर्फ तीन दिन में खत्म हो गया. भारत को महज 124 रन का लक्ष्य मिला था लेकिन पूरी टीम 93 रन पर ढेर हो गई.
हार के बाद सोशल मीडिया और कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया. इसी बीच पूर्व भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने गंभीर का खुलकर बचाव किया है.
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए रॉबिन उथप्पा ने कहा कि कोच पर हार का ठीकरा फोड़ना बिल्कुल गलत है. उन्होंने मजेदार अंदाज में कहा, “मैंने कल एक कमेंट देखा कि मैं गंभीर का बचाव कर रहा हूं. अरे यार कोच थोड़े न मैदान पर जाकर खेल रहा है!”
उथप्पा का मानना है कि एक बार खिलाड़ी मैदान पर उतर जाते हैं, तो कोच का रोल बहुत सीमित हो जाता है. खिलाड़ियों को ही अपनी जिम्मेदारी समझनी होती है. उन्होंने कहा कि सिर्फ नतीजे देखकर कोच को दोष देना सही नहीं है, पूरी तस्वीर देखनी चाहिए.
उथप्पा ने पुरानी बात याद दिलाते हुए कहा कि "जब राहुल द्रविड़ कोच थे तब भी लोग उन्हीं को कोसते थे. उन्होंने कहा, “20-30 हजार अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाला आदमी अगर ट्रोल हो सकता है, तो कोई भी हो सकता है.”
कोलकाता टेस्ट में पिच काफी टर्निंग थी. मैच के तीसरे दिन से ही गेंद तेजी से टर्न ले रही थी और उछाल भी अनियमित था. भारत ने खुद टर्निंग पिच मांगी थी लेकिन जब बल्लेबाजी करते वक्त टीम लड़खड़ा गई तो कुछ लोग पिच को ही दोष देने लगे.
गौतम गंभीर ने साफ कहा कि हमने टर्निंग ट्रैक मांगा था उसमें कोई दिक्कत नहीं है. हम अपनी योजना पर अमल नहीं कर पाए यह हमारी कमी है. सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज भी यही कह रहे हैं कि पिच में कोई समस्या नहीं थी. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में भी कई बार ऐसी पिचें देखने को मिलती हैं, वहां कोई हंगामा नहीं होता.