नई दिल्ली: भारत की महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 जीतकर देश को गौरवान्वित किया. यह टीम की पहली आईसीसी ट्रॉफी थी. इस जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष को वेस्ट बंगाल सरकार ने बड़ा सम्मान दिया. उन्हें पुलिस उपाधीक्षक (DSP) की मानद पदवी दी गई.
फाइनल मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए और मैच 52 रनों से जीत लिया. ऋचा ने सिर्फ 24 गेंदों में 34 रन ठोके. उनकी पारी में तीन चौके और दो छक्के शामिल थे. पूरी टूर्नामेंट में ऋचा ने आठ पारियों में 235 रन बनाए. उनका स्ट्राइक रेट 133.52 रहा.
वेस्ट बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में ऋचा के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद इसमें शामिल हुईं. समारोह की शुरुआत पारंपरिक तरीके से हुई. ऋचा को उत्तरीय पहनाया गया, फूलों की माला दी गई और मिठाइयां खिलाई गईं.
ममता बनर्जी ने ऋचा को गोल्डन बैट सौंपा. साथ ही बंग भूषण पुरस्कार, एक सोने की चेन और DSP की नियुक्ति का पत्र दिया. ऋचा को 34 लाख रुपये का चेक भी मिला. यह समारोह शनिवार को हुआ और 22 साल की ऋचा के लिए यादगार बन गया.
अपने भाषण में ममता बनर्जी ने कहा, "ऋचा प्यार से बार-बार दुनिया जीतेंगी. मानसिक ताकत सबसे बड़ी ताकत है. मेहनत जारी रखो, मुश्किलों को पार करो और लक्ष्य तक पहुंचो. लड़ो, खेलो, प्रदर्शन करो और जीतो." उनके शब्दों ने ऋचा को और जोश दिया.
वेस्ट बंगाल सरकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "DSP ऋचा घोष को हार्दिक बधाई. बंगाल की शान अब पुलिस उपाधीक्षक बन गई हैं. वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम की महत्वपूर्ण खिलाड़ी को यह पद दिया गया है."
CAB के अध्यक्ष और भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी ऋचा की तारीफ की. उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि ऋचा झूलन गोस्वामी जैसी ऊंचाई तक पहुंचें. एक दिन हम कहेंगे कि ऋचा भारत की कप्तान हैं." समारोह में दिग्गज तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी भी मौजूद थीं. उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और खास बना दिया.