Rajeev Shukla: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष के रूप में रोजर बिन्नी का कार्यकाल पूरा नहीं हो पाया. वे 70 साल की उम्र सीमा को पार कर चुके हैं और ऐसे में उन्हें अपने पद से हटना पड़ा है. इसकी वजह से उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को बोर्ड का कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया है. बीसीसीआई के अगले चुनाव होने तक वे इस पद पर बने रहने वाले हैं.
बता दें कि हाल ही में भारत सरकार नेशनल स्पोर्ट्स बिल 2025 लेकर आई थी, जो संसद के दोनों सदनों में पारित हो चुका है. ऐसे में अब इस बिल के आने के बाद खेल के सभी बोर्ड को एक ही कानून का पालन करना होगा और उनका कोई अलग से संविधान नहीं होगा. फिलहाल बीसीसीआई का अपना अलग संविधान है, जो सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में बनाया गया था. ऐसे में बोर्ड का चुनाव कराना एक बड़ी बात होगी.
दरअसल, नए कानून के आने के बाद बीसीसीआई को भी उसी के अंतर्गत चलना होगा. हालांकि, इस कानून को भले ही पारित कर दिया गया है लेकिन अभी इसे अधिसूचित होने में 5 महीने का समय लग सकता है और क्रिकेट बोर्ड तब तक अपने चुनाव को टाल नहीं सकता है. तो वहीं अगर इसमें देरी होगी, तो लोढ़ा कमेटी सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकती है. ऐसे में खेल मंत्रालय ने भी साफ कर दिया था कि सभी खेल संघों को कानून के अधिसूचित होने तक अपने पुराने संविधान का पालन करना होगा.
ऐसे में बीसीसीआई में समय पर चुनाव होने वाले हैं. क्रिकेट बोर्ड अगले 5 महीने तक चुनाव को टाल नहीं सकता है क्योंकि अगर ऐसा हुआ, तो आईसीसी का भी दखल बढ़ सकता है और भारतीय क्रिकेट टीम पर बैन होने का खतरा मंडरा सकता है और ऐसे में बीसीसीआई इसके लिए देरी नहीं करने वाली है.
बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर रोजर बन्नी बने हुए थे लेकिन अब वे 70 साल के हो गए हैं और बीसीसीआई के संविधान के अनुसार 70 साल के बाद कोई भी अध्यक्ष पद पर बना नहीं रह सकता है. दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल में बीसीसीआई की एपेक्स काउंसिल मीटिंग में बिन्नी ने हिस्सा नहीं लिया और उनके स्थान पर राजीव शुक्ला ने बैठक की अध्यक्षता की.